दाद या दद्रु कुछ विशेष जाति का फफूँदों के कारण उत्पन्न त्वचाप्रदाह है। ये फफूंदें माइक्रोस्पोरोन (Microsporon), ट्राकॉफाइटॉन (Trichophyton), एपिडर्मोफाइटॉन (Epidermophyton) या टीनिया जाति की होती है। दद्रु रोग कई रूपों में शरीर के अंगों पर आक्रमण करता है। खोपड़ी का दद्रु फफूंद द्वारा केश की जड़ में आक्रमण के कारण होता है। यह बालों और नववयस्कों में अधिक होता है। खोपड़ी पर गोल चकत्तियों में गंगाजल हो जाता है। केश जड़ के पास से टूट जाते हैं। सूक्ष्मदर्शी से देखने पर केश के चारों ओर फफूंद जीवाणु का जाला सा दिखाई पड़ता है। इसकी चिकित्सा कठिन है। एक्स-किरणों से चिकित्सा की जाती है।
दाद खाज और खुजली एक तरह के फंगल इन्फेक्शन है जो एक बार होने पर पूरे शरीर में बहुत तेज़ी से फैलते है।दाद एक ऐसा इन्फेक्शन है जो फंगस की वजह से होता है , इसके होने पर आपकी बॉडी पर लाल चकत्ते पड़ जाते है , जिनमें खुजली होती है। आइये जानते हैं दाद खाज और खुजली के आसान घरेलू उपचार
सरसों
सरसों के बीज दाद खाज और खुजली को ठीक करने में बहुत फायदेमन्द होते है , सरसों के बीज को 30 मिनट तक पानी में भिगो कर रखे और फिर उसका पेस्ट बनाकर कर दाद खाज और खुजली पर लगाएं।
लहसुन
लहसुन एक ऐंटिफंगल है जो कई तरह के फंगल इन्फेक्शन्स को ठीक करने की क्षमता रखता है। लहसुन दाद खाज और खुजली को ठीक करने में भी बहुत ही असरदार होता है। लहसुन की कुछ कलियो का रस निकालकर दाद खाज और खुजली वाली जगह पर लगा लगाये।
हल्दी
हम सबको पता है की हल्दी के कई फायदे होते है और हल्दी कई तरह के इन्फेक्शन्स को ठीक करने में हमारी हेल्प करती है। हल्डी का पाउडर लेकर उसमें थोड़ा पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को दिन में 3 से 4 बार दाद खाज और खुजली पर लगाने से जल्द आराम मिलता हैं।
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