नई दिल्ली। जब भी मौसम बदलता है, तो हमारे आसपास के वातावरण में कई बदलाव आते हैं। हवा, तापमान, नमी में हो रहे इन बदलावों के कारण हमारे शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है और हमारे बीमार होने का खतरा ज्यादा होता है। भारत जैसे देश में जहां कई मौसम आते-जाते रहते हैं, वहां संक्रमण व रोग होने का खतरा अधिक होता है।
बच्चे, बूढ़े और कमजोर इम्यूनिटी (immunity) वाले लोगों को ऐसे समय में खास ख्याल रखना चाहिए। इसके लिए हम कुछ हेल्थ टिप्स (health tips) के बारे में बता रहे हैं, जो बदलते मौसम में भी आपका ख्याल रखेंगे।
हमारे शरीर में करीब 60 प्रतिशत पानी होता है, जो हमारे स्वास्थ्य का निर्धारण करने में अति महत्वपूर्ण है। जब भी मौसम बदलता है, तो आपको पानी के साथ अन्य लिक्विड इनटेक भी बढ़ा देना चाहिए। जैसे- सिट्रस वाले फ्रूट्स का जूस, मशरूम सूप, दाल का पानी, टमाटर का सूप, हल्दी वाला गर्म पानी या दूध व अदरक, लौंग, इलायची, गुड़ से बना काढ़ा बदलते मौसम के हिसाब से पीना शुरू कर देना चाहिए।
इम्यूनिटी
-शरीर की इम्यूनिटी मजबूत बनाने के लिए विटामिन-सी (vitamin c) बहुत जरूरी तत्व है। यह एक दमदार एंटी ऑक्सीडेंट (Antioxidant) है, जिसे सिट्रस फ्रूट्स की मदद से डायट में शामिल करना काफी आसान है। लेकिन आप नींबू, कीवी, संतरा आदि के अलावा ब्रॉकली, फूलगोभी जैसी सब्जियों के जरिए भी विटामिन-सी को ग्रहण कर सकते हैं।
मछली
– अगर आप मछली खाना पसंद करते हैं, तो कोशिश करिए कि बारिश वाले मौसम में इसे अवॉयड करें। क्योंकि मॉनसून में मछली प्रजनन करती हैं। जिससे समुद्र का माहौल संक्रमित होता है। इस दौरान मछलियों का सेवन करने से आपको पाचन संबंधित दिक्कतें या इंफेक्शन हो सकता है।
सफाई
– बारिश के मौसम में कच्ची सब्जियों में बैक्टीरिया के पनपने का खतरा ज्यादा रहता है। हालांकि, आप इसे नजरअंदाज करने की जगह अच्छी तरह धोकर और पकाकर खा सकते हैं। अगर आप ऐसा नहीं करते तो आप फूड पॉइजनिंग या पेट की समस्या होने का खतरा हो सकता है।
साबुत अनाज
– बदलते मौसम में क्विनोआ, रागी, राजगीरा, ब्राउन राइस, ओट्स जैसे साबुत अनाज का सेवन करना चाहिए। इनसे शरीर को आयरन, मैग्नीशियम और फोलेट जैसे इम्यून सिस्टम को ताकतवर बनाने वाले तत्व प्राप्त होते हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved