उज्जैन। 27 दिसंबर से 29 दिसंबर तक उज्जैन (Ujjain) में अंतरराष्ट्रीय जल सम्मेलन (international water conference) का आयोजन होने जा रहा है। इस मौके पर उज्जैन में देश का पहला जल स्तंभ (Country’s first water pillar) भी स्थापित किया जाएगा। 13 फीट ऊंचे इस स्तंभ पर चार वेदों की ऋचाओं को चांदी की कारीगरी से उकेरा आने वाला है और इस माध्यम से जल संरक्षण का संदेश (water conservation message) दिया जाएगा।
महाकाल की नगरी में सुजलाम अंतरराष्ट्रीय जल महोत्सव का आयोजन सुमंगलम पंचमहाभूत अभियान (Sumangalam Panchamahabhoot Abhiyan) के तहत किया जा रहा है। इस अभियान के तहत देश और दुनिया को जल संरक्षण का संदेश देने की कोशिश की जा रही है। यह आयोजन भारत सरकार के सहयोग से दीनदयाल शोध संस्थान और मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा आयोजित किया जा रहा है। तीन दिन तक यह आयोजन चलेगा जहां पहला जल स्तंभ महाकाल में बनाया जाएगा।
इस जल स्तंभ का अनावरण आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत करने वाले हैं। 28 दिसंबर को इस जल स्तंभ के अनावरण कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, आरएसएस के कार्यवाहक सुरेश जोशी भी मौजूद रहेंगे। 13 फुट ऊंचे और 2 फुट व्यास के इस जल स्तंभ को पत्थरों से तैयार किया जाएगा और इस पर 60 किलो चांदी की कोटिंग की जाएगी। इस चांदी पर चारों वेदों की ऋचाओं को उकेरकर जल संरक्षण का संदेश दिया जाएगा।
24 दिसंबर को प्रदेश के प्रतिष्ठित कलाकार जल तत्व पर चित्रांकन और कलाकृतियों का निर्माण करेंगे। 25 दिसंबर को वेद वेदांग जल तत्व पर स्वामीनारायण आश्रम में एक सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस सम्मेलन में प्रख्यात वैदिक विद्वान शामिल होंगे। 26 दिसंबर को देश की प्रमुख नदियों और 313 लघु नदियों का जल लेकर एक कलश यात्रा निकाली जाएगी जो शहर के प्रमुख स्थानों से होती हुई निकलेगी। यह यात्रा रामघाट पर संपन्न होगी जहां मां शिप्रा और महाकाल कोटितीर्थ में सभी नदियों के जल को प्रवाहित किया जाएगा।
27 दिसंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, आरएसएस के कार्यवाहक सुरेश जोशी और कनेरी मठ के मठाधिपति की उपस्थिति में अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार सुजलाम का उद्घाटन किया जाने वाला है। 28 दिसंबर को सारस्वत सत्र रखा गया है जिसमें देश भर से आए विद्वान शामिल होने वाले हैं। इस सत्र में पंचमहाभूत जल तत्व पर व्याख्यान रखा गया है। 29 दिसंबर को नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और आरएसएस के कार्यवाहक सुरेश जोशी की उपस्थिति में जल तत्व पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय सुजलाम सेमिनार का समापन किया जाएगा।
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