भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Assembly elections in Madhya Pradesh) में मिली हार को पीछे छोड़ते हुए कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) की तैयारियों में जुटती नजर आ रही है. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार कांग्रेस के सभी बड़े नेता एक मंच पर नजर आए, सोमवार को राजधानी भोपाल (Bhopal) में पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह (Kamal Nath and Digvijay Singh) की मौजूदगी में नए प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भंवर जितेंद्र सिंह के साथ कांग्रेस के सभी नेताओं के साथ एक बड़ी बैठक की है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत कर दी गई हैं, जिसमें एक मामला सबसे ज्यादा चर्चा में है.
दरअसल, कांग्रेस ने मध्यप्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों के लिए कोऑर्डिनेटर्स की नियुक्तियां कर दी हैं. जिसमें विधायकों, पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों को लोकसभा सीटों का समन्वयक बनाया गया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस की सोमवार को हुई बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा हुई है कि कांग्रेस के बड़े नेता लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, जिसके लिए तैयारियां शुरू हो गई है, अगर ऐसा होता है तो मध्य प्रदेश में कांग्रेस भाजपा की राह पर चलती हुई नजर आएगी. विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने लगभग सभी बड़े नेताओं को विधानसभा चुनाव लड़ाया था, बीजेपी का यह फॉर्मूला सफल भी रहा था, ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस भी यही फॉर्मूला अपना सकती है.
ये दिग्गज नेता लड़ सकते हैं चुनाव
कमलनाथ छिंदवाड़ा से
दिग्विजय सिंह भोपाल से
सुरेश पचौरी होशंगाबाद से
गोविंद सिंह ग्वालियर से
कांतिलाल भूरिया रतलाम से
लक्षमण सिंह राजगढ़ से
सज्जन सिंह वर्मा देवास से
तरुण भनोट जबलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं
कमलनाथ ने दूसरे दिन दिया था इस्तीफा
वहीं बैठक में शामिल होने पहुंचे पार्टी के नए प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के दूसरे दिन ही इस्तीफा दे दिया था. लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने तय किया था कि जब तक नये अध्यक्ष का चयन नहीं हो जाता. तब तक वही कंटीन्यू करेंगे. बाद में जब नए अध्यक्ष की नियुक्ति हो गई. पॉलीटिकल अफेयर्स कमेटी और स्टेट इलेक्शन कमेटी की बैठक है कई मुद्दों पर चर्चा हुई है. आने वाले लोकसभा चुनाव में पूरी तैयारियों से पार्टी जुट रही है.
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