मुंबई। पिता वह इंसान होता है जो हर परिस्थिति के अनुसार अपने बच्चों के लिए कई रूप धारण कर लेता है। कैसी भी स्थिति हो वह अपने बच्चों के लिए ढाल बनकर खड़ा रहता है। साहस, त्याग, बल और अनुशासन को एक शब्द में कहना हो पिता शब्द ही काफी है। एक मां अगर बच्चे को दुनिया से रूबरू करती है तो पिता उसे जीना सिखाते हैं। एक मां अपने बच्चे के सामने दुख बयां कर लेती है, लेकिन पिता वह शख्स होता है जो कैसा भी दुख हो, लेकिन अपने बच्चे पर उसकी आंच कभी आने नहीं देते।
एक पिता के कंधे पर बहुत सी जिम्मेदारियां होती हैं, जिन्हें शायद लफ्जों में बयां करना मुश्किल है। वैसे तो पिता को लेकर किसी खास दिन को सेलिब्रेट करने की जरुरत नहीं है, लेकिन फिर भी दुनिया में जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाया जाता है। ऐसे खास मौके पर आज हम आपके लिए बॉलीवुड की उन फिल्मों को लेकर आए हैं, जिनमें एक पिता का सख्त रूप दिखाया गया है।
दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे : 1995 में रिलीज हुई शाहरुख खान, काजोल, अमरीश पुरी और अनुपम खेर स्टारर फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे में अमरीश पुरी काजोल के पिता की भूमिका में थे, वहीं अनुपम खेर ने शाहरुख खान के पिता का रोल निभाया था। फिल्म में अमरीश पुरी संस्कारी पिता बलदेव सिंह के रोल में हैं। जब बलदेव सिंह को पता चलता है कि सिमरन और राज एक दूसरे से प्यार करने लगे हैं तो पहले वह सिमरन को लेकर अपने देश वापस लौट आते हैं। बाद में राज भी सिमरन के पास वापस आ जाता है। जब बलदेव सिंह को समझ में आ जाता है कि दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते हैं तो वह सिमरन का हाथ राज के हाथ में दे देते हैं।
मोहब्बतें : साल 2000 की सुपहिट फिल्म मोहब्बतें में शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय और अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका में हैं। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन एक कॉलेज से सख्त और अनुशासन पाबंद प्रिंसिपल की भूमिका में होते हैं। प्रिंसिपल को उसकी बेटी का स्कूल टीचर से इश्क फरमाना पसंद नहीं आता। बेटी अपने पिता को परेशान नहीं देखना चाहती और वह आत्महत्या कर लेती है। लेकिन काफी समय के बाद प्रिंसिपल की बेटी का प्रेमी उन्हें प्यार का मतलब समझा ही देता है।
दंगल : सुपरहिट फिल्म दंगल में आमिर खान ने हानिकारक बापू का किरदार निभाया था जो अपनी बेटियों को कुश्ती सिखाने के लिए बहुत अनुशासित और सख्त होता है। बेटियों को कुश्ती में गोल्ड मेडल दिलाने के लिए वह सबकुछ करता है। ये फिल्म रेसलर महावीर फोगाट और उनकी बेटियों की असली कहानी पर आधारित थी।
सूर्यवंशम : 21 मई 1999 को आई अमिताभ बच्चन और सौंदर्या की ये फिल्म दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब हो गई थी। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने डबल रोल किया था। फिल्म में अमिताभ ने बाप और बेटे दोनों का किरदार अदा किया है। अमिताभ बच्चन इस फिल्म में भी एक सख्त पिता की भूमिका में हैं। ‘सूर्यवंशम’ की गिनती ग्रामीण भारत में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली फिल्मों में होती है।
मुगल-ए-आजम : पृथ्वीराज कपूर, दिलीप कुमार, मधुबाला स्टारर ये क्लासिक फिल्म 1960 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में पृथ्वीराज कपूर ने एक रुढ़िवादी पिता की भूमिका निभाई थी। फिल्म में सम्राट अकबर (पृथ्वीराज कपूर) के बेटे सलीम (दिलीप कुमार) को उनके दरबार में नाचने वाली कनीज अनारकली (मधुबाला) से प्यार हो जाता है। दोनों एक दूसरे के प्यार में पागल होते हैं। अकबर को सलीम का अनारकली के साथ रिश्ता बिल्कुल पसंद नहीं होता है। इसको लेकर पिता और पुत्र में जमकर युद्ध भी होता है। बाद में अकबर अनारकली को दीवार में चुनवा देते हैं और यहीं से दोनों का रिश्ता खत्म हो जाता है।
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