नई दिल्ली: ड्रग केस में बॉलीवुड का किंग कहे जाने वाले शाहरुख खान का बेटा आर्यन थान सलाखों के पीछे है. बीते एक साल से ज्यादा समय से बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री में ड्रग्स के इस्तेमाल को लेकर कई बड़े सितारे एजेंसियों की रडार पर हैं. NCB ने कइयों को पूछताछ के लिए बुलाया, कुछ को गिरफ्तार भी किया.
बता दें कि भारत ही नहीं बल्की दुनिया के कई ऐसे देश हैं जहां ड्रग्स बेचना और इसका सेवन करना आपराध की श्रणी में आता है. आज हम आपको दुनिया के पांच सबसे खतरनाक ड्रग्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो अंदर दी अंदर इंसान को खोखला बना देता है. कई बार ड्रग्स के अधिक सेवन से व्यक्ति की मौत भी हो जाती है.
ड्रग्स की दुनिया में कोकेन एक मशहूर नाम है. इसे ECSTASY, एक्स, XTC जैसे नामों से भी जाना जाता है. लोग इसका पाउडर और इंजेक्शन के रूप में सेवन करते हैं. इसे लेने से अत्यधिक खुशी, दिमाग में डोपामाइन केमिकल का इजाफा होता है.
addictioncenter.com की एक रिपोर्ट के मुताबिक लंबे समय तक कोकेन का इस्तेमाल करने से दिल की बीमारी और हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ जाता है. अधिक सेवन से ऑर्गन फेल्योर भी हो सकता है.
मेफेड्रॉन या मियाउ-मियाउ ड्रग्स पार्टियों में इस्तेमाल होने वाला मशहूर नाम है. ये ड्रग कैप्सूल और पाउडर फॉर्म में मिलता है. इस ड्रग के सेवन से इंसान के अंदर अत्यधिक उत्तेजना पैदा होती है. वो कॉन्फिडेंट फील करता है. सेवन करने वाला व्यक्ति अधिक बोलने लगता है. इस ड्रग के सेवन से उंगलियां ठंडी और नीली पड़ जाती हैं, नाक से खून आने की समस्या भी हो सकती है. अधिक सेवन से मौत का खतरा बढ़ जाता है.
एमडीएमए या मॉली नाम से मशहूर ड्रग्स के दूसरे नाम सुपरमैन, रोलेक्स पिंक सुपरमैन, मैंडी भी है. कैप्सूल, टैबलेट और लिक्विड के रूप में मिलता है. इसके सेवन से जी मिचलाना, शरीर में ऐंठन, धुंधला दिखने जैसी समस्याएं आती हैं.
केटामाइन ड्रग्स को विटामिन के, सुपर के, स्पेशल के, ग्रीन और के जैसे नामों से भी जाना जाता है. ये टैबलेट और पाउडर के रूप में मिलता है. इस ड्रग के सेवन से दिल और खून की गति बढ़ जाती है. इसका ज्यादा इस्तेमाल इंसान को मार भी सकता है.
मेथामफेटेमाइन नामक ड्रग्स को याबा, क्रिस्टल मेथ, मेथ और क्रैंक जैसे नामों से भी जाना जाता है. ये टैबलेट, पाउडर और क्रिस्टल के रूप में भी उपलब्ध है. इसके सेवन से व्यक्ति अत्यधिक खुश, उत्तेजित, आक्रमक और कंफ्यूजन की स्थिति में रहता है. ये इंसान के दिल और खून की गति को बढ़ा देता है. फेफड़े, किडनी और ब्रेन पर इसका काफी नकारात्मक असर होता है.
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