• img-fluid

    ये एप्‍स चोरी से इस्‍तेमाल कर रहें आपका फोन, तुंरत कर दें डिलीट, वरना…

  • November 06, 2022

    नई दिल्ली. गूगल प्ले स्टोर (google play store) पर हजारों ऐप उपलब्ध हैं. इन सभी ऐप और उनके द्वारा जारी किए गए प्रत्येक अपडेट को Google द्वारा वेरिफाई किया जाता है. कभी-कभी कुछ डेवलपर्स प्लेटफॉर्म (Developers Platform) पर मलैशियस ऐप्स ऐड कर देते हैं. जो यूजर्स के संवेदनशील डेटा को चुरा लेते हैं. हाल ही में एक सिक्योरिटी रिसर्चर ने गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध मैलेशियस ऐप्स (malicious apps) का खुलासा किया है, जो यूजर्स का कीमती डेटा चुरा रहे हैं.

    Malwarebytes Labs के सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने चार ऐसी एंड्रॉयड ऐप्स की जानकारी दी है, जो गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद थीं और इनकी मदद से ट्रोजन एंड्रॉयड डिवाइसेज में पहुंचाया जा रहा था. इन ऐप्स को लाखों बार डाउनलोड किया जा चुका है और इन सभी को एक ही ऐप डेवलपर मोबाइस ऐप ग्रुप ने तैयार किया है.


    तुरंत डिलीट करें ये ऐप्स
    इन ऐप्स में ब्लूटूथ ऑटो कनेक्ट, ड्राइवर: ब्लूटूथ, वाई-फाई, यूएसबी, ब्लूटूथ ऐप सेंडर और मोबाइल ट्रांसफर शामिल हैं. इन ऐप्स को लगभग 10 लाख बार डाउनलोड किया जा चुका है. अगर आपके स्मार्टफोन्स में इनमें से कोई भी ऐप मौजूद है, तो उसे फौरन डिलीट कर दें.

    वेब ब्राउजर में फिशिंग साइट खोलते हैं ऐप्स
    रिसर्चर्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जब यूजर्स पहली बार इनमें से किसी भी मैलेशियस ऐप को इंस्टॉल करते हैं, तो आमतौर पर मैलेशियस डिस्प्ले होने में कुछ दिन लगते हैं. इसके बाद ये ऐप्स Google Chrome वेब ब्राउजर में फिशिंग साइट खोलती हैं. मालवेयरबाइट्स लैब्स के शोधकर्ताओं ने ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि फिशिंग साइटों का कंटेंट अलग-अलग होता है. इनमें से कुछ साइटें हार्मलेस होती हैं, जबकि कुछ वेबसाइट खतरनाक फिशिंग साइटें होती हैं, जो यूजर्स को बरगलाने का काम करती हैं.

    यूजर्स डेटा की मदद
    रिपोर्ट में कहा गया है कि ये ऐप्स विज्ञापन दिखाने के लिए यूजर्स डेटा की मदद लेती थीं और यह डेटा उनसे पहले ली गईं परमिशंस की मदद से जुटाया जाता था. यही वजह है कि प्ले स्टोर से ऐप्स डाउनलोड करते वक्त आपका रिव्यू और रेटिंग्स चेक करना बेहद जरूरी है.

    Share:

    CBI, ED और IT की रडार पर है झारखंड सरकार!

    Sun Nov 6 , 2022
    रांची। झारखंड में भ्रष्टाचार (corruption in jharkhand) चरम पर है। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री और विधायक तक भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं। यही कारण है कि आए दिन यहां नेताओं और अधिकारियों के घरों पर प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई और आयकर विभाग (CBI, ED IT) की टीम छापेमारी कर रही है, इसके  बाद भी मुख्यमंत्री […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शुक्रवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved