अशोकनगर. ‘प्रतिदिन योग रखे निरोग.’ ये स्लोगन बहुत सुना और इसका असर भी दिख रहा है. आज बच्चे हों, युवा हों या बुजुर्ग, सभी किसी न किसी माध्यम से फिजिकल एक्सरसाइज कर ही रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (Interantional Yoga Day 2021) पर आइए बात करते हैं 95 साल के जुनूनी रामचरण की.
रामचरण ने योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बन लिया है. उनकी योग साधना और रोज का अभ्यास युवाओं के लिए मिसाल है. रामचरण कई कठिन आसन रोज करते हैं. इसके अलावा लंबी दूरी तक दौड़ना भी उनकी रोज की दिनचर्या में शुमार है. जिस उम्र में व्यक्ति लगभग पलंग पकड़ लेता है, उस उम्र में ये वृद्ध मीलों दौड़ता है. इनसे प्रेरणा लेकर अब कई दूसरे बुजुर्ग भी योग करते हैं.
हैरानी से देखते हैं लोग
रामचरण बताते हैं कि वे सुबह सूर्य निकलने से पहले उठते हैं और फिर तैयार होकर सड़कों पर निकल पड़ते हैं. रोज करीब 3 से 4 किलोमीटर तक दौड़, उसके बाद योग रोज का कार्य है. इन्हें योग करते हुए देखकर बहुत से लोगों ने योग करना शुरू किया. लेकिन 95 साल के रामचरण जब झुर्रियों भरे चेहरे, और दुबले पतले शरीर के साथ योग के कठिन आसन लगाते हैं तो लोग हैरानी से देखते हैं.
इस पड़ाव पर भी नहीं भूलते योग साधना
रामचरण बताते हैं कि उन्हें व्यायाम करते हुए 80 साल हो गए हैं. पहले वे कुश्ती लड़ा करते थे. अब उम्र के इस पड़ाव में भे वे योग साधना नहीं भूले. वे बताते हैं कि योग के 35 आसन करना उनके लिए आसान है. इनमें शीर्षासन, मयूरासन, शवासन के अलावा पेट घुमाना शामिल हैं. वे कहते हैं कि शरीर से जितना परिश्रम करवाओगे ये उतना ही सुचारू रूप से चलेगा और गतिशील रहेगा. इनका कहना है कि आज के समय में युवाओं को योग के प्रति लगाव होना चाहिए. योग द्वारा कई रोगों पर नियंत्रण पा सकते हैं. साथ ही शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए भी योग अति महत्वपूर्ण है.
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