नई दिल्ली। पेड़-पौधे न सिर्फ घर की सुंदरता को बढ़ाते हैं बल्कि आर्थिक उन्नति (economic growth) के द्वार भी खोलते हैं. वास्तु शास्त्र में घर में पेड़-पौधे (Trees & plants) लगाने का विशेष महत्व (special significance) है. ऐसा कहते हैं कि कुछ खास किस्म के पौधे या पेड़ घर के आंगन में रहने से आर्थिक संपन्नता बढ़ती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ पेड़ ऐसे भी होते हैं जिन्हें घर के आंगन में लगाना बहुत अशुभ (Inauspicious) माना जाता है. आज हम आपको ऐसे पांच पेड़ों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें अपने घर में लगाने से आपके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव (negative impact) पड़ने लगता है.
पीपल का पेड़-
कई त्योहारों और शुभ अवसरों पर पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है. लेकिन वास्तु के अनुसार, अगर घर के आंगन में पीपल का पेड़ मौजूद है तो इससे घर में नकारात्मक प्रभाव आता है और घर के सदस्यों को आर्थिक समस्याएं घेरने लगती हैं. इसलिए हमें पीपल का पेड़ कभी भी घर के आंगन में नहीं लगाना चाहिए.
इमली का पेड़-
इसी प्रकार हमें इमली का पेड़ (tamarind tree) भी घर के आंगन में लगाने से बचना चाहिए. यह पेड़ नकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है. वास्तु शास्त्र (Vaastu Shaastra) के अनुसार, जिस इंसान के घर के आंगन में इमली का पेड़ होता है, उसकी आर्थिक स्थिति हमेशा डामाडोल रहती है. इतना ही नहीं इमली का पेड़ घर के सामने रहने से रिश्तों में खटास पड़ने लगती है.
खजूर का पेड़-
वास्तु शास्त्र के अनुसार, खजूर के पेड़ को घर के आंगन में नहीं लगाना चाहिए. इस पेड़ से नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है. इससे घर में रहने वाले सदस्यों के जीवन में दरिद्रता आती है. साथ ही बने-बनाए कार्य भी बिगड़ने लगते हैं. तरक्की में बाधा उत्पन्न होने लगती है.
बेर का पेड़-
घर के सामने लगा बेर का पेड़ भी अशुभ माना जाता है. वास्तु के अनुसार, इसके पेड़ में लंबे-लंबे कांटे होने की वजह से इसे घर के आंगन में लगाना वर्जित माना गया है. जिस घर में बेर का पेड़ होता है, वहां के सदस्यों के बीच कलह शुरू हो जाते हैं. घर का सुख-चैन खत्म हो जाता है और आर्थिक तंगी घेरने लगती है.
मदार का पेड़-
जिन पेड़ों से दूध यानी सफेद पदार्थ निकलता है, उन्हें भी आंगन में लगाने से बचना चाहिए. यही वजह है कि मदार का पेड़ भी घर के आंगन में नहीं लगाना चाहिए. यह पेड़ घर के सामने लगाने से नकारात्मक ऊर्जा को जन्म देता है. मदार को आक के नाम से भी जाना जाता है.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए है हम इसकी जांच का दावा नहीं करते हैं. इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले.
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