डेस्क: लोग सोचते हैं कि गठिया एक उम्र बढ़ने की प्रक्रिया है और हम सभी को अपने जीवन के किसी न किसी स्तर पर इससे निपटना हता है। लेकिन हम अपने आस-पास कई ऐसे बुजुर्ग देखते हैं जिन्हें जोड़ों के दर्द की बिल्कुल भी शिकायत नहीं होती है। इसलिए यह समझना जरूरी है कि केवल उम्र ही जोड़ों की समस्या का कारण नहीं बनती है।
हमारी जीवनशैली से जुड़ी कई ऐसी गतिविधियां हैं जो कमजोर हड्डियों और जोड़ों की समस्याओं का कारण बनती हैं। हालांकि, वे हमारे नियंत्रण में हैं। ऐसे में अगर आप इन आदतों में सुधार कर लेते हैं तो हड्डियों के नुकसान की दर को कम कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। यहां हम आपको हड्डी विशेषज्ञ डॉ प्रमेन्द्र माहेश्वरी (MS orthopedic Surgery) के हवाले से आपकी कुछ आदतों के बारे में बता रहे हैं जो आपके हड्डियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं।
धूम्रपान (Smoking) : गंगा चरण अस्पताल (बरेली) एम.एस. ऑर्थोपेडिक सर्जरी के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रमेन्द्र बताते हैं कि तम्बाकू आपके शरीर के ऊतकों में एक प्रकार का परमाणु उत्पन्न करती है जिसे मुक्त कण कहते हैं। ये न केवल आपके फेफड़ों के लिए खराब हैं बल्कि आपकी हड्डियों के लिए भी हानिकारक हैं। जो लोग तंबाकू का सेवन करते हैं, उनमें हड्डियों का घनत्व कम होता है। फ्री रेडिकल्स आपकी हड्डियों को बनाने वाली कोशिकाओं को मार देते हैं।
धूम्रपान स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल के प्रोडक्शन को भी बढ़ाता है और हार्मोन कैल्सीटोनिन के उत्पादन को कम करता है। कोर्टिसोल हमारे बोन स्टॉक को कम करने के लिए जाना जाता है और दूसरी ओर कैल्सीटोनिन इसे बनाए रखता है। आगे डॉ. चेतावनी देते हैं कि यदि पहले कभी आपकी हड्डी फ्रैक्चर हुई है, तो धूम्रपान आपके रक्त वाहिकाओं (Blood cells) को नुकसान पहुंचाकर उपचार प्रक्रिया को धीमा कर देता है।
गतिहीन होना (Being sedentary) : डॉ. माहेश्वरी का कहना है कि गतिहीन लोगों को अधिक तेजी से हड्डियों के नुकसान का खतरा होता है। मांसपेशियों के संकुचन (Muscle contractions) से आपकी हड्डियां मजबूत होती हैं। इसलिए जब हड्डी के स्वास्थ्य की बात आती है तो व्यायाम करना बहुत जरूरी है। भार वहन करने वाले व्यायाम (Weight bearing exercises) जैसे तेज चलना (brisk walking) आपकी हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार करता है।
बहुत अधिक शराब पीना (Drinking too much alcohol) : प्रमेन्द्र का कहना है कि शराब भी आपके शरीर में कोर्टिसोल (cortisol) के उत्पादन को बढ़ाती है जिससे हड्डी का स्टॉक कम हो जाता है। शराब आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन (testosterone) और एस्ट्रोजन (estrogen) के स्तर को भी कम करती है। ये हार्मोन हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।
बहुत अधिक नमक खाना (Eating too much salty food) : प्रमेन्द्र कहते हैं कि नमक के अधिक सेवन और हड्डियों के घनत्व (bone density) में कमी के बीच एक सीधा संबंध है। जैसे आप सोडियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन अपने आहार में बढ़ाते है, वैसे ही ये आपकी बॉडी और यूरीन यानी मूत्र में अधिक कैल्शियम छोड़ता है। हड्डियों से जुड़े एक्सपर्ट का कहना है कि प्रति दिन एक अतिरिक्त ग्राम सोडियम खाने से वयस्क महिलाएं हर साल अपनी हड्डियों के घनत्व का 1 प्रतिशत खो सकती हैं। इसलिए डॉ. हर दिन 2,300 मिलीग्राम से कम सोडियम लेने की सलाह देते हैं, जबकि अधिकांश वयस्कों को एक दिन में 1,500 मिलीग्राम से अधिक नहीं खाना चाहिए।
सूर्य के संपर्क में न आना : हड्डी विशेषज्ञ के अनुसार, विटामिन डी आपकी हड्डियों की मजबूती को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन डी के बिना हमारी हड्डियां पतली और भंगुर (brittle) हो सकती हैं। सूर्य के प्रकाश विटामिन डी के मुख्य स्रोतों में से एक है, इसलिए यदि आप बाहर पर्याप्त समय नहीं बिताते हैं, तो आपको इस पोषक तत्व की कमी हो सकती है। इसलिए आपको अपने आहार में विटामिन डी युक्त आहार का सेवन बढ़ा देना चाहिए।
हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए कैल्शियम और विटामिन डी आवश्यक हैं। लेकिन कई वयस्क पर्याप्त कैल्शियम युक्त आहार नहीं खाते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपको दोनों पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में मिल रहे हैं, कैल्शियम और विटामिन डी युक्त पूरक आहार शुरू करने के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें। हड्डियों के स्वास्थ्य को आमतौर पर नजरअंदाज किया जाता है, इसलिए उम्र बढ़ने पर दर्द से जूझते हैं। तो सही समय हड्डी के स्वास्थ्य में बाधा डालने वाली आदतों से बचें और हेल्दी लाइफ जीने का प्रयास करें।
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