नई दिल्ली। नौकरीपेशा लोगों को निवेश को लेकर अक्सर कन्फ्यूजन रहता है कि वह अपने पैसों को कहां निवेश करें। जानकारों का मानना है कि नौकरी शुरू करते ही व्यक्ति को अपने भविष्य के लिए बचत शुरू कर देनी चाहिए। सैलरी ज्यादा हो या फिर कम, कुछ न कुछ बचत तो करनी ही चाहिए। एक्सपर्ट कहते हैं कि पैसा वहां निवेश करना बेहतर होगा जहां आपको दोहरा फायदा मिले। यानी ज्यादा मुनाफा के साथ टैक्स सेविंग्स भी हो जाए। हम ऐसे ही कुछ निवेश विकल्पों के बारे में बता रहे हैं जहां आप अपनी सैलरी को निवेश कर सकते हैं।
(1) पब्लिक प्रोविडंट फंड (PPF): पब्लिक प्रोविडंट फंड यानी पीपीएफ लंबी अवधि का एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है। यह सुरक्षित निवेश के साथ बेहतर ब्याज भी देता है। इसपर 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है जो बैंक में निवेश के मुकाबले बेहतर है। छोटी बचत योजनाओं जैसे कि पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज की समीक्षा हर तिमाही सरकार की ओर से की जाती है। PPF का निवेश EEE कैटेगरी में टैक्स फ्री होता है। मिलने वाला ब्याज भी टैक्स फ्री होगा और मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी पूरी तरह टैक्स फ्री होगी।
(2) सोना (Gold): सोना भी निवेश के लिए एक बेहतर विकल्प है। इसमें निवेश के कई तरीके हैं जैसे, गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF), सोने के सिक्के, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम। इसमें गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड स्कीम बेहतर है क्योंकि इसमें चोरी का कोई डर नहीं होता। एक्सपर्ट्स का मानना है कि निवेशकों को अपने निवेश का एक हिस्सा सोने में भी निवेश करना चाहिए। इससे उसका पोर्टफोलिया बैलेंस्ड रहता है।
(3) इक्विटी म्यूचुअल फंड: एक्सपर्ट्स बताते हैं कि नौकरीपेशा लोगों निवेश का एक हिस्सा म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए। म्यूचुअल में एसआईपी के जरिए इक्विट म्यूचुअल फंड में निवेश करना बेहतर होगा। इसमें शेयर बाजार में तेजी का फायदा निवेशकों को मिलता है। यहां आप 500 रुपये से भी कम कीमत आर निवेश शुरू कर सकते हैं। ऐसे निवेशक जिन्होंने नौकरी शुरू की है वे यहां निवेश कर सकते हैं। उनके लिए यह अच्छा विकल्प है।
(4) रेकरिंग डिपॉजिट (RD): रेकरिंग डिपॉजिट आरडी में आप थोड़ा थोड़ा करके हर महीने निवेश कर सकते हैं। नियमित सेविंग के लिहाज से यह बेहतर है। अधिकांश बैंकों की रेकरिंग डिपॉजिट में निवेश की न्यूनतम सीमा 500 रुपये से शुरू है। इसमें 7.50 फीसदी तक ब्याज मिल रहा है।
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