नई दिल्ली: ज्येष्ठ मास (Jyeshtha month) में कृष्ण पक्ष की अमावस्या को शनि देव का जन्म हुआ था इसलिए इस दिन को शनि जयंती के रूप में मनाया जाता है. हम जानते हैं कि शनि देव दंडाधिकारी देवता (magistrate deity) हैं, यदि आप उन की पूजा और अच्छे कर्म करते हैं तो आपको उनसे वो मिलेगा जो आप चाहते हैं. गौरतलब है कि हिंदू धर्म में शनि देव (Shani Dev) को न्याय का देवता कहा जाता है. इसलिए यदि आप अपनी समस्याओं को खत्म करना चाहते हैं तो आपको शनि जयंती पर शनि देव की पूजा करनी चाहिए. शनि जयंती का दिन बहुत खास है क्योंकि इस दिन सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए एक विशेष पूजा होती है. बता दें कि कई लोग शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए गरीबों को दान भी देते हैं.
शनि देव की विशेष पूजा में लोग इस दिन शनि मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाते हैं और शनि देव को प्रसन्न करने के लिए लोग ओम शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करते हैं. आप जानते हैं कि हिंदू धर्म में दान का कितना महत्व है. इसलिए इस दिन गरीब लोगों को साबुत उड़द का दान करना बहुत शुभ माना जाता है और यदि आप सक्षम हैं तो आपको जरूरतमंद लोगों को खाना, कपड़े, धन आदि का दान करना चाहिए.
बता दें कि अपने पूर्वजों का आशीर्वाद पाने के लिए आपको मंदिर में दूध और सफेद मिठाई का दान करना चाहिए. आप ये समझ सकते हैं कि शनि जयंती पर शनि देव की मूर्ति स्थापित करना बहुत ही शुभ होगा. यदि आप ऐसा करने की योजना बना रहे हैं तो आपको पूजा की चौकी पर काले कपड़े से बांधकर ऐसा करना चाहिए. शनि देव की कृपा पाने के लिए आपको नीले फूल, फल, सिंदूर, कुमकुम, काजल, अक्षत आदि अर्पित करना चाहिए और सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए.
शायद आप ये नहीं जानते होंगे कि इस बार 30 मई को शनि जयंती, वट सावित्री व्रत और सोमवती अमावस्या एक साथ पड़ रहे हैं. इसलिए इस विशेष दिन पर आपको बहुत ही खास पूजा करनी चाहिए. शनि जयंती पर आपको मंत्र जाप, दान, हवन आदि से शनि देव की पूजा करनी चाहिए. बता दें कि इस दिन शनि चालीसा का पाठ आपके जीवन में सुख पाने के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन शनि देव के साथ-साथ हनुमान जी की पूजा भी बहुत लाभकारी होती है.
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