नई दिल्ली। हजारों स्मार्टफोन यूजर्स फोन की बैटरी जल्दी खत्म होने की समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में वे बैटरी लाइफ बढ़ाने की तमाम छोड़ी-बड़ी ट्रिक को अपनाने से भी पीछे नहीं हटते। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो आपको अपने ऐप पोर्टफोलिया पर नजर डालने की जरूरत है। दरअसल, pCloud के विशेषज्ञों ने कुछ ऐसे ऐप्स की लिस्ट तैयार की है, जिन्हें बैटरी की सबसे अधिक आवश्यकता होती है या साफ शब्दों में कहें तो, जो आपके फोन की बैटरी सबसे ज्यादा चूसते हैं। ऐसे कई कारण हैं जो ऐप को बैटरी-किलर बनाते हैं। केवल एक डार्क मोड ऑप्शन की कमी या कॉम्पलेक्स बैकग्राउंड फीचर्स को चलाने से ऐप की एफिशियंसी कम हो सकती है। लोकेशन-बेस्ड ऐप्स स्वाभाविक रूप से अधिक डिमांडिंग होते हैं- लेकिन लिस्ट के टॉप पर कुछ ऐप्स हैं, जो आपका सरप्राइज कर सकते हैं।
टॉप पर हैं ये दो ऐप
लिस्ट में फिटबिट ऐप सबसे ऊपर है। आपको जानकर हैरानी होगी कि फिटबिट, जिसे गूगल ने 2021 में खरीदा था, ऐप के उपयोग में न होने पर भी अपने 16 में से 14 फीचर चलाता है। इससे भी बदतर, फिटबिट ऐप हर समय “कैमरा, लोकेशन, माइक्रोफोन और वाईफाई कनेक्शन” चलाता है। सबसे बड़े बैटरी ड्रेनर की pCloud स्टडी में वेरिज़ोन (Verizon) ऐप ने तुलनात्मक रूप से स्कोर किया। इन दोनों ऐप्स ने स्टडी में हाई स्कोर हालिस किया- 92.31%।
बैटरी चूसने में सोशल मीडिया ऐप भी आगे
सोशल मीडिया और कम्युनिकेशन ऐप्स का उपयोग बहुत अधिक हो जाता है जिससे बैटरी खर्च हो जाती है। 20 सबसे ज्यादा बैटरी किलर ऐप्स की लिस्ट में से 6 सोशल मीडिया ऐप्स हैं। औसतन, फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट, यूट्यूब, वॉट्सऐप और लिंक्डइन बैकग्राउंड में 11 एडिशनल फीचर को चलाने की अनुमति देते हैं, जैसे कि फोटो, वाईफाई, लोकेशन और माइक्रोफोन। इन सभी को चलाने के लिए अधिक शक्ति की आवश्यकता होती है और अंततः आपके फ़ोन की बैटरी जल्दी ड्रेन हो जाती है। साथ ही, इन छह सोशल मीडिया ऐप में से केवल इंस्टाग्राम ही डार्क मोड की अनुमति देता है, जो एक फोन पर 30% तक अधिक बैटरी लाइफ बचा सकता है। इस सुविधा की अनुमति देने वाला एकमात्र अन्य सोशल मीडिया ऐप ट्विटर है – संभावित रूप से यह समझाते हुए कि यह शीर्ष 20 में क्यों नहीं आया।
बैकग्राउंड में 11 फीचर्स चलाते हैं डेटिंग ऐप
स्टडी में पाया गया कि ऑनलाइन डेटिंग से आपके फोन की बैटरी उतनी ही खत्म हो जाती है जितनी आपकी भावनाएं। ऑनलाइन डेटिंग ऐप जैसे टिंडर, बम्बल और ग्राइंडर टॉप किलर ऐप का 15% हिस्सा बनाते हैं, जिससे औसतन 11 फीचर्स बैकग्राउंड में चलते हैं। तीनों डेटिंग ऐप्स में डार्क मोड उपलब्ध नहीं है और इसलिए इनका उपयोग करते समय अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जिससे बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है। आप अपने बैटरी यूज का विश्लेषण करके देखें कि आप अपने डिवाइस से किन ऐप्स को स्क्रैप कर सकते हैं। सेटिंग ऐप के तहत, यह निर्धारित करने के लिए बैटरी टैब पर क्लिक करें कि कौन से ऐप आपके के लायक नहीं हैं।
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