इंदौर। प्राधिकरण द्वारा जहां लवकुश चौराहा पर पहला डबल डेकर ब्रिज बनवाया जा रहा है, जिसमें मेट्रो लाइन का प्रावधान भी रहेगा, तो दूसरी तरफ खजराना चौराहा पर जो फ्लायओवर बन रहा है उसमें 45 मीटर स्पान के बीच एक भी पिलर नहीं रहेगा, जिससे यातायात में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होगी। संभवत: यह प्रदेश का पहला ऐसा फ्लायओवर रहेगा। वहीं योजना 97 राजेन्द्र नगर में नवनिर्मित लता मंगेश्कर ऑडिटोरियम के बचे कार्यों को जल्द पूरा कर उसका लोकार्पण कराया जाएगा। इसके साथ ही प्राधिकरण ने अपने सभी चल रहे प्रोजेक्टों की समीक्षाभी शुरू कर दी है।
कुछ समय पूर्व प्राधिकरण राजेन्द्र नगर के अपने अधूरे ऑडिटोरियम को बेचने भी जा रहा था। मगर कोई खरीददार नहीं मिला और ना शासन के संस्कृति विभाग ने इसका जिम्मा लिया। नतीजतन प्राधिकरण ने अपने स्तर पर ही इस ऑडिटोरियम के बचे कार्यों को पूरा करवाने और टेंडर जारी कर किसी सुयोग्य एजेंसी को संचालन-संधारण का ठेका देने का निर्णय लिया। चुनावी आचार संहिता से पहले भी प्राधिकरण ने ऑडिटोरियम के काम में गति लाई। हालांकि इसका लोकार्पण तब नहीं हो सका था। मगर अब बचे कार्यों को शीघ्र पूरा कर लोकार्पण करवाया जाएगा। आज साढ़े 12 बजे प्राधिकरण अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा इस ऑडिटोरियम का निरीक्षण करने भी पहुंचेंगे। उनके साथ राऊ के नवनिर्वाचित विधायक मधु वर्मा और क्षेत्रीय पार्षद भी साथ रहेंगे। प्राधिकरण ऑडिटोरियम के संचालन-संधारण की जिम्मेदारी भी किसी निजी एजेंसी को सौंपेगा, जिसके लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। आचार संहिता से पहले प्राधिकरण ने पिपल्याहाना स्थित अंतर्राष्ट्रीय स्विमिंग पुल का लोकार्पण मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के हाथों कराने के साथ उसके संचालन का ठेका भी नजी फर्म को दे दिया है।
दूसरी तरफ शहर में चार फ्लायओवरों का निर्माण प्राधिकरण करवा रहा है। साथ ही नायतामूंडला आईएसबीटी भी तैयार हो गया है। इसका भी संचालन जल्द शुरू होगा, तो कुमेर्डी के एमआर-10 स्थित आईएसबीटी के निर्माण कार्य को भी गति दी गई है और अगले दो महीने में इसके भी लोकार्पण की तैयारी है। प्राधिकरण अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा ने बताया कि खजराना फ्लायओवर के कार्यों का कल अवलोकन किया गया और ठेकेदार फर्म के साथ प्राधिकरण अधिकारियों को भी 31 मार्च तक फ्लायओवर तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस निरीक्षण के दौरान प्राधिकरण के सीईओ आरपी अहिरवार भी मौजूद रहे। श्री चावड़ा ने बताया कि ५०० मीटर लम्बाई में बनने वाले 500 मीटर लम्बाई में बनने वाले इस ब्रिज को दो भागों में बनाया जा रहा है, जिसके दाहिने भाग का निर्माण अधिक तेजी से किया जा रहा है, बाये भाग का कार्य भी शुरू किया जाकर फाउण्डेशन का कार्य पूरा हो चुका है। दाहिने भाग की ओर गर्डर की लांचिंग एवं गर्डर का पियर पर रखने का कार्य शुरू हो चुका है, जिसमें से 4 गर्डर यथास्थान रखे जा चुके है एवं शेष गर्डर का कार्य पूर्ण हो चुका है एवं 15 दिवस में सभी गर्डर का लांचिंग कर लिये जाने के निर्देश दिये गये है। श्री चावड़ा ने बताया कि यह ब्रिज प्रदेश में संभवत: पहला ब्रिज होगा, जिस पर 45 मीटर स्पान में लोहे के गर्डर का उपयोग किया जा रहा है, पूरे स्पान में बीच में कोई भी पिल्लर नही होगा, जो ट्रेफिक में बाधा बनें।
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