वैसे तो सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) और चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) खगोलीय घटनाएं हैं, लेकिन हिंदु धर्म में सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) और चंद्र ग्रहण का बड़ा महत्व है इनसे जुड़ी कई धार्मिक मान्यताएं हैं जैसे सूतक काल में भगवान की पूजा नही करना चाहिए ।हर साल ये खगोलीय घटनाएं देखने को मिलती हैं। धार्मिक लिहाज से भी इनका महत्व है। खासकर हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) को लेकर कई तरह की मान्यताएं हैं। इसलिए भी इसे लेकर हर कोई जानना चाहता है।
ऐसे में आज हम आपको इस लेख के माध्यम से साल 2021 में पड़ने जा रहे सूर्य और चंद्र ग्रहण के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही ये भी बताते हैं कि इन ग्रहणों को कहां-कहां देखा जा सकेगा। दरअसल, दोनों ग्रहणों को मिलाकर देखें तो इस साल कुल 4 ग्रहण होंगे।
इसमें से दो सूर्य ग्रहण होंगे और दो चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) लगेंगे। इन सभी 4 ग्रहणों में से तीन ग्रहण को भारत में देखा जा सकेगा। ज्योतिष के अनुसार इन ग्रहणों का असर हर राशि पर पड़ता है, इस लिहाज से भी इसके बारे में जान लेना जरूरी है।
वहीं, दूसरा या कहें कि इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) 4 दिसंबर को लगेगा। भारत में ये दिखा नहीं देगा। इसे यह दक्षिण अफ्रीका, अंटार्कटिका, दक्षिण अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में देखा जा सकता है।
Lunar Eclipse 2021: चंद्र ग्रहण कब-कब लगेगा
इस साल सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) से पहले चंद्र ग्रहण लगेगा। साल 2021 का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई को लगेगा। इसे भारत समेत अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में देखा जा सकता है। वैसे, भारत में यह मात्र उपछाया ग्रहण होगा। वहीं, दूसरे जगहों पर ये पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा।
साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण इसके बाद 19 नवंबर को लगेगा। यह आंशिक चंद्र ग्रहण भारत समेत उत्तरी यूरोप, अमेरिका, प्रशांत महासागर और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देगा।
बता दें कि हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले जबकि चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। इस दौरान शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है। मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दौरान भोजन या पानी का सेवन नहीं करना चाहिए।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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