अटकलें सही हुईं तो कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा शहर से साफ
इंदौर। कल दोपहर बाद जैसे-जैसे भोपाल (Bhopal) और दिल्ली (Delhi) की राजनीति में कांग्रेस का पारा चढ़ता रहा, वैसे ही इंदौर (Indore) में कांग्रेस (Congress) की राजनीति में भी उथल-पुथल मचने लगी। इस राजनीतिक उथल-पुथल को कांग्रेस के पूर्व मंत्री और हमेशा अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले सज्जनसिंह वर्मा (Sajjan Singh Verma) ने बल दे दिया और कहा कि जहां उनके नेता जाएंगे, वहीं हम जाएंगे। अगर कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलें सही साबित होती हैं तो कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा शहर से साफ हो जाएगा, जो इतिहास की अभी तक की सबसे बड़ी घटना कही जाएगी।
आज रात तक तय हो जाएगा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके सांसद पुत्र नकुलनाथ भाजपा में जाएंगे या नहीं? इसको लेकर अटकलों का दौर तेजी से चल रहा है। कोई भी नेता कुछ कहने की स्थिति में नहीं है, लेकिन दबी जुबान से सबका कहना है कि सब कुछ तय हो गया है, बस अब उस पर मुहर लगना बाकी है। इंदौर में कमलनाथ समर्थक संजय शुक्ला और विशाल पटेल जैसे दो पूर्व विधायक भी हैं। उनके साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता भी भाजपा में शामिल होने की मंझधार में फंसे हुए हैं। कल जब पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा का इस मामले में बयान आया कि वह अपने नेता के साथ रहेंगे, क्योंकि यह स्वाभिमान की लड़ाई है, उसने इस बात को और बल दे दिया कि कमलनाथ भाजपा में जा रहे हैं। कमलनाथ अगर भाजपा में जाते हैं तो उनके साथ वर्मा सहित पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, केके यादव, स्वप्निल कोठारी, राजेश चौकसे, गजेंद्र वर्मा, प्रेम खड़ायता, अमित चौरसिया जैसे नेता भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं। इसके अलावा भी इंदौर में कमलनाथ समर्थकों की लंबी फेहरिस्त है, जो अपने नेता के कहने पर पाला बदल सकते हैं। हालांकि अभी किसी ने कोई निर्णय नहीं लिया है। अगर ऐसा ही रहा तो इंदौर से कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा समाप्त हो जाएगा और केवल दिग्विजयसिंह समर्थक ही यहां बचेंगे तो पटवारी की तैयार हो रही नई टीम के लोग भी ताकतवर हो जाएंगे।
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