इंदौर। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में जल्द ही अलग-अलग वाहनों (vehicles) के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन (registrations) नंबरों (Number) की सीरिजों (series)का सिस्टम बंद (system closed) होने जा रहा है। इसके बाद परिवहन विभाग द्वारा हर वाहन के लिए एक ही नंबर की सीरिज चलाई जाएगी, जिसमें सभी तरह के वाहनों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। इससे सबसे बड़ा फायदा वीआईपी नंबरों के शौकीनों का होगा, वे आसानी से अपनी पसंद के वीआईपी नंबर (VIP Number)ले सकेंगे। इससे राज्य सरकार (State government) को भी राजस्व में मुनाफा होगा।
अभी प्रदेश में दो पहिया, चार पहिया सहित वाहनों की कुल 11 श्रेणियां बनाई गई हं। हर वाहन की श्रेणी के रजिस्ट्रेशन के लिए नंबरों की अलग सीरिज है। नियम यह है कि एक श्रेणी का वाहन अपनी श्रेणी के नंबर ही ले सकता है। जैसे कार के लिए कार मालिक चाहकर भी और उपलब्ध होने पर भी और ऊंचे दाम देने पर भी दो पहिया या किसी अन्य वाहन की सीरिज का नंबर नहीं ले सकता है, लेकिन नई व्यवस्था में जब एक ही सीरिज हर वाहन के लिए होगी, तब कोई भी वाहन मालिक कोई भी नंबर ले सकेगा।
वीआईपी नंबर लेना होगा आसान
इस व्यवस्था से प्रदेश में वाहन (Vehicles) मालिकों खासतौर पर कार मालिकों के लिए वीआईपी नंबर (VIP Number) लेना ज्यादा आसान हो जाएगा। एक ही सीरीज होने पर सीरिज (Series) जल्दी खत्म होगी और नई सीरिज जल्दी शुरू होगी, जिससे कम समय में ज्यादा वीआईपी नंबर खुल सकेंगे। कई वाहनों की सीरिज जैसे कमर्शियल वाहनों में वाहन मालिक वीआईपी नंबर लेने में रुचि नहीं दिखाते हैं। ऐसे में उन सीरिजों के वीआईपी नंबर बिक ही नहीं पाते हैं, जबकि दूसरी ओर कार और दो पहिया के वाहन मालिक वीआईपी नंबरों के लिए इंतजार करते रहते हैं।
मौजूदा वीआईपी नंबर भी खरीदे जा सकेंगे
नई व्यवस्था लागू होने पर परिवहन विभाग द्वारा मौजूदा सीरिजों के वीआईपी नंबरों को भी एक साथ नीलामी में सभी के लिए खोल दिया जाएगा। इससे कई बेकार पड़े नंबर भी आसानी से बिक जाएंगे। जानकारी के मुताबिक अभी अलग-अलग सीरिजों में पांच से ज्यादा 0001 नंबर उपलब्ध हैं, जिन्हें संबंधित सीरिज के वाहन मालिक नहीं ले रहे, जबकि कार मालिक ऐसे नंबरों का कई महीनों तक इंतजार करते हैं और इन नंबरों को इंदौर में 13 लाख से ज्यादा कीमत चुकाकर खरीदा भी गया है।
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