मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विधानसभावार घूमेगा रथ, कोषालय अधिकारी को सौंपा डाक मतपत्रों का जिम्मा
इंदौर। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के लिए जितने भी मतदान दल बसों से रवाना किए जाएंगे, उनके अलावा सेक्टर ऑफिसरों सहित चुनावी ड्यूटी (election duty) में लगे प्रत्येक वाहन पर जीपीएस ट्रैकिंग (gps tracking) सिस्टम लगा रहेगा, ताकि कंट्रोल रूम से हर वाहन के मूवमेंट की जानकारी मिलती रहे। दूसरी तरफ सभी विधानसभा में मतदाताओं को जागरूक करने, सूची में नाम जुड़वाने और स्वीप अभियान से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी देने के लिए रथों को कलेक्टर (Collector) ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, साथ ही मतपत्र, डाक मतपत्र और मुद्रण प्रबंधन का जिम्मा संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा नीलम निनामा को सौंपा है। पूर्व में जिला कोषालय अधिकारी मोनिका कटारे को यह जिम्मेदारी दी थी, मगर मार्च और अप्रैल में बजट क्लोजिंग और एकाउंट संबंधी अतिरिक्त कार्य होने के कारण उन्हें इस जिम्मेदारी से मुक्त करना पड़ा।
कलेक्टर आशीष सिंह ने झण्डी दिखाकर जागरूकता रथ रवाना किया। इस अवसर पर जिला पंचायत क मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन, अपर कलेक्टर तथा उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजेन्द्र रघुवंशी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। यह रथ इंदौर के सभी विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचेगा और मतदान तथा मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए नागरिकों को प्रेरित करेगा। इस रथ में एलईडी भी लगी हुई है। इसके माध्यम से मतदाताओं को दृश्य एवं श्रव्य द्वारा मतदान के प्रति जागरूक बनाया जाएगा। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह ने बताया कि जिले में स्वीप अभियान के अंतर्गत मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। मतदाताओं को जागरूक बनाने के लिये विभिन्न स्तर पर ब्रांड एंबेसडर भी बनाए गए हैं। कॉलेजों में भी ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किए गए हैं। यह एंबेसडर युवा मतदाताओं को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। दूसरी तरफ मतदान दलों एवं सेक्टर आफिसर के वाहनों, ईवीएम-वीवीपैट लाने एवं ले जाने वाले प्रत्येक वाहन पर जीपीएस बेस्ड व्हिकल्स ट्रैकिंग सिस्टम इस्तेमाल होगा और इस बारे में संयुक्त कलेक्टर विजय मंडलोई को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
इसके साथ ही चुनावी ड्यूटी में लगे कर्मचारियों द्वारा तमाम बहानों के साथ ड्यूटी रद्द कराने के भी ढेरों आवेदन आने लगे हैं। दरअसल आचार संहिता की घोषणा के साथ ही जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने जिले के शासकीय और अर्धशासकीय कर्मचारियों की छुट्टियां कैंसिल करने का आदेश सोमवार को जारी किया है। इस आदेश के बाद कलेक्टर कार्यालय के सांख्यिकी विभाग में लगातार छुट्टियों के आवेदन आने शुरू हो गए हैं। अब तक इस कार्यालय में लगभग 20 आवेदन छुट्टियों के लिए आ चुके हैं। कई कर्मचारियों ने बीमारी के चलते छुट्टी का आवेदन दिया है तो कहीं कर्मचारियों ने घर-परिवार में मांगलिक कार्य होने या अन्य कारणों के चलते आचार संहिता के दौरान अवकाश का आवेदन दिया है।
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