भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में बाढ़ आपदा का मुद्दा गूंजेगा। कांग्रेस इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि बाढ़ आपदा से लोग अभी भी परेशान हैं। दूर दराज के इलाकों को तो छोडि़ए राजधानी भोपाल में ही अभी बाढ़ पीडि़तों को मुआवजा नहीं मिला है। पीसी शर्मा की मानें तो कांग्रेस विधानसभा में इस मुद्दे को उठाएगी। वहीं कांग्रेस की इस रणनीति पर भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता का बयान सामने आया है। उमा शंकर गुप्ता ने कांग्रेस को ही कठघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि कांग्रेस की सरकार में मुख्यमंत्री और मंत्री केबिन से बाहर तक नहीं निकलते थे। अभी तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद पीडि़तों से जाकर मुलाकात कर रहे है। मप्र विधानसभा का मॉनसून सत्र 13 सितंबर से शुरू हो रहा है। ये सत्र 17 सितंबर तक चलेगा। पहले ये सत्र 25 से 29 जुलाई के बीच होना था, लेकिन निकाय चुनाव की प्रक्रिया के चलते इसकी तारीख को बदल दिया गया था। विपक्ष सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति बना रहा है। इसके संकेत मिलने लगे हैं।
बाढ़ पीडि़तों को राहत
बीते दिनों मध्य प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश हुई थी जिससे भोपाल, विदिशा, रायसेन, मुरैना, भिंड समेत कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गए थे। इसके बाद सीएम शिवराज ने खुद बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया था। सीएम ने अधिकारियों को प्रभावित इलाकों का सर्वे करने और पीडि़तों को राहत देने के निर्देश दिए हैं। सीएम शिवराज ने तीन दिन पहले ही विदिशा जिले के बाढ़ पीडि़तों को 11 करोड़ से ज्यादा की सहायता राशि ऑनलाइन ट्रांस्फर की थी।
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