नई दिल्ली: इस त्योहारी सीजन में बाजार और खरीदारों में काफी जोश देखने को मिल रहा है. कोविड के बाद यह एक ऐसा साल है, जिसमें किसी भी तरह की बीमारी का डर नहीं है. इसी वजह से अनुमान लगाया गया है कि मौजूदा त्योहारी सीजन के 85 दिन में हर सेकंड 4 लाख रुपये यानी कुल 3 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हो सकता है. पिछले साल त्योहारी सीजन में 2.50 लाख करोड़ रुपये का करोबार देखने को मिला था. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की ओर से किस तरह का अनुमान लगाया गया है.
सीएआईटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि इस साल त्योहारी सीजन रक्षा बंधन के साथ शुरू हो चुका है और 23 नवंबर, तुलसी विवाह के दिन तक जारी रहेगा. इस अवधि के दौरान कई महत्वपूर्ण त्यौहार जैसे कि नवरात्रि, दशहरा, दुर्गा पूजा, करवा चौथ, धनतेरस, दिवाली, भाई दूज, छठ पूजा और अंत में तुलसी विवाह का आयोजन होगा. उन्होंने कहा कि इस त्योहारी सीजन में इंडियन कंज्यूमर्स लगभग 3 लाख करोड़ रुपये खर्च कर सकते हैं.
कैट के महासचिव कहा कि इसकी कैलकुलेशन काफी आसान है. देश में मेनलाइन खुदरा व्यापार के लिए लगभग 60 करोड़ कंज्यूमर है. अगर प्रति कंज्यूमर 5000 खर्च करता है तो कारोबार 3 लाख करोड़ रुपये अपने आप हो जाता है. अगर इस कैलकुलेशन को थोड़ा और एक्सपैंड करें तो 85 दिन के हिसाब से एक दिन में 3500 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार होगा. वहीं हर घंटे में यही कारोबार 147 करोड़ रुपये से ज्यादा का अनुमान है. वहीं हर मिनट में करीब 2.45 करोड़ रुपये से ज्यादा और हर सेकंड में 4 लाख रुपये से ज्यादा का कारोबार होने का अनुमान लगाया है.
कैट के अधिकारियों के अनुसार अब लोग कोविड संकट को पूरी तरह से पीछे छोड़ चुके हैं और अपने जीवन के प्रति बेहद सकारात्मक दृष्टिकोण रख रहे हैं. वे त्योहारी सीजन को उत्सव और समृद्धि के साथ मनाना चाहते हैं. घरेलू सामान, उपकरण, उपहार, कपड़े, आभूषण, नकली आभूषण, बर्तन, सजावटी सामान, फर्नीचर और फिक्स्चर, बरतन, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर और बाह्य उपकरणों, बिजली के सामान, मिठाई, कन्फेक्शनरी और नमकीन पर बड़े पैमाने पर खर्च होगा.
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