भोपाल। नवंबर में होने वाले मप्र विधानसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन करने के लिए आज प्रदेश कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता दिल्ली में जुटेंगे। यहां पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल के साथ इनकी बैठक होगी। इसमें चुनाव अभियान की रूपरेखा पर चर्चा की जाएगी। साथ ही चुनाव अभियान, प्रबंधन और समन्वय समिति के गठन और वरिष्ठ नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी देने पर भी विचार होगा। पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों का कहना है कि चुनाव में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई, कुशासन, किसानों का उपज का उचित मूल्य दिलाना, अनुसूचित जाति-जनजाति और पिछड़ा वर्ग के साथ हो रहा अन्याय प्रमुख मुद्दे होंगे। इनको लेकर चुनाव अभियान की कार्ययोजना भी तैयार की गई है। पार्टी अध्यक्ष और राहुल गांधी के साथ होने वाली बैठक में चर्चा के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। कर्नाटक चुनाव में जिस तरह भ्रष्टाचार और स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता से जनता के सामने रखा गया था, उसी तरह प्रदेश में भी अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा, सुप्रिया श्रीनेत सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ, मीडिया और सोशल मीडिया विभाग के पदाधिकारियों की बैठक हो चुकी है।
सूत्रों का कहना है कि अब बैठक में चुनाव अभियान के संचालन, प्रबंधन और प्रदेश के नेताओं के बीच समन्वय के लिए समिति बनाने पर निर्णय हो सकता है। इसमें क्षेत्रीय और जातिगत समीकरणों को देखते हुए नेताओं को शामिल किया जाएगा। प्रत्येक नेता की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी ताकि सभी अंचलों में प्रभावी अभियान संचालित किया जा सके। अभी भी 16 नेताओं को अलग-अलग जिलों में परिवर्तन संकल्प अभियान चलाने का दायित्व दिया है। बैठक के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश अग्रवाल के अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा सहित अन्य पदाधिकारियों को आमंत्रित किया है।
केंद्रीय पदाधिकारियों के बढ़ेंगे दौरे: पार्टी ने मध्य प्रदेश चुनाव के लिए गुजरात के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया, हिमाचल प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर, दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा और उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया है। वहीं, पांच राष्ट्रीय सचिव संजय कपूर, शिव भाटिया, संजय दत्त, सीपी मित्तल और कुलदीप इंदौरा को जिलों का प्रभारी बनाया है। इन सभी को जून से दौरे करके जमीनी स्थिति, टिकट के दावेदारों की स्थिति, बूथ प्रबंधन संबंधी कार्य का आकलन करने के लिए कहा है।
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