170 लोगों को मिलेगी सीरो सर्वे की ट्रेनिंग… भोपाल से आएगी किट… 7 हजार का रखा है लक्ष्य
इंदौर। शहर में सीरो सर्वे की तैयारी की जा रही है। पहले चरण की ट्रेनिंग कल दी गई और शेष तीन सदस्यों को भी दूसरे चरण की ट्रेनिंग कल दी जाना है। 170 लोगों को इसकी ट्रेनिंग दी जा रही है, जो 85 वार्डों में रेंडमली एंटीबॉडी कोरोना टेस्टिंग के लिए सैंपल लेंगे। यह एंटीबॉडी टेस्ट ब्लड के जरिए होता है। इसमें अभी वैन के साथ-साथ फिंगर टिप्स से भी ब्लड लिया जाएगा। लगभग 7 हजार लोगों में यह टेस्ट किया जाना है, जिससे यह पता लगाया जा सकेगा कि शहर के लोगों में कोरोना से लडऩे की कितनी हर्ड इम्युनिटी डेवलप हुई है।
कोरोना वैक्सीन तो पता नहीं कब आएगी, उसके पहले हर्ड इम्युनिटी को भी कोरोना से जंग जीतने का एक हथियार माना जा रहा है। दिल्ली में सीरो सर्वे के परिणाम बेहतर आए, जिसके बाद वहां संक्रमण की दर लगातार घटती जा रही है। इंदौर में हालांकि बीते 10 दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है, लेकिन किल कोरोना, फीवर क्लिनिक, होम आइसोलेशन के अच्छे प्रयोगों से इंदौर में अभी तक चिंता की बात नहीं है। अब सीरो सर्वे के जो निर्देश शासन ने दिए हैं उसके चलते इंदौर में एंटीबॉडी टेस्टिंग करवाई जा रही है, जो 85 वार्डों के लगभग 7 हजार लोगों के संैपल लेकर होगी। एमजीएम मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. ज्योति बिंदल के मुताबिक यह टेस्टिंग रेंडमली की जाएगी। लगभग 170 लोगों को इसकी ट्रेनिंग दी जाना है, जिनमें से आधे लोगों को कल ट्रेनिंग दी गई। शेष को कल देंगे। भोपाल से टेस्टिंग किट भी आज-कल में प्राप्त हो जाएगी और संभवत: अगले हफ्ते से यह सीरो सर्वे सभी 85 वार्डों में शुरू कर दिया जाएगा। कल ट्रेनिंग के दौरान संभागायुक्त पवन कुमार शर्मा भी मौजूद रहे। मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में ही यह ट्रेनिंग दी गई। लैब टेक्नीशियन, स्टाफ नर्स के माध्यम से यह सर्वे होगा। कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक इंदौर के कितने लोगों में कोरोना से लडऩे की क्षमता विकसित हो गई, इसका पता लग सकेगा।
कोरोना मरीज मिलने पर अब सील नहीं होंगे दफ्तर
अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अपने आवास से वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए राजस्व से संबंधित समीक्षा की, जिसमें संबंधित विभागों को आय बढ़ाने के निर्देश दिए। शासन का खजाना खाली होने और राजस्व आय घटने से चिंतित मुख्यमंत्री ने फिर से भामाशाह योजना भी शुरू करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि राजस्व जुटाने से जुड़े विभागों व उनके दफ्तरों को कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने पर सील न किया जाए, बल्कि एक दिन दफ्तर बंद कर सेनिटाइजेशन और अन्य कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सख्ती से करवाते हुए दफ्तर को अगले दिन से ही खोल दिया जाए, क्योंकि हमें अगले कई महीने कोरोना के साथ जीना है, इसलिए आर्थिक गतिविधियों को ठप नहीं रखा जा सकता। मुख्यमंत्री ने खनिज, आबकारी, परिवहन व अन्य विभागों को चोरी रोकने और राजस्व बढ़ाने के भी निर्देश दिए।
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