नई दिल्ली: इजराइल-हमास की शुरुआत पिछले साल यानी 2023 में 7 अक्टूबर को हुई थी, जिसमें अब तक करीब 30 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जिसमें से सबसे ज्यादा संख्या में महिलाएं और बच्चे हैं. गाजा क्षेत्र में कई कब्रगाह भी मिली जिससे इजराइल के गाजा पर किए गए हमले की क्रूर सच्चाई देखी जा सकती है. गाजा में हो रहे हमले से बचने के लिए ज्यादातर फिलिस्तीनी राफा में शरण ले लिया है, लेकिन इजराइल ने अब राफा पर भी आक्रामक हमले की तैयारी कर ली है और हमास को जड़ से खत्म करने के लिए राफा पर हमले की चेतावनी भी दी है.
सात महीने से चल रहे इस नरसंहार का और बड़ा भयानक रूप दिखने वाला है, जिसकी तैयारी में इजराइली सेना जुट गई है. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका की तरफ से गाजा के सबसे दक्षिणी शहर राफा पर पूरी तरह से अटैक न करने के दबाव को खारिज करते हुए कहा कि हमास ने अपने बड़े नेताओं और बाकी के फोर्स को राफा में शरण दी हुई है. मंगलवार को इजराइली सेना ने राफा के केंद्र में रहे फिलिस्तीनियों को जल्द से जल्द शहर खाली करने की चेतावनी देते हुए कहा कि मिस्र के साथ सीमा पार करने से कुछ समय पहले पूर्वी इलाकों को खाली कराने का आदेश दिया है.
इजराइली सेना की चेतावनी के बाद से लगातार बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी राफा से भाग रहे हैं. इजराइल राफा में सीमित ऑपरेशन करने वाले हैं जिससे हमास को गाजा में हथियारों और पैसों की तस्करी करने से रोक सके. चिलचिलाती धूप में अपना सामान लिए फिलिस्तीनियों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही है, जिसमें बच्चे, बूढ़े, महिलाएं, बीमार लोगों के साथ बाकी लोग ओवरलोड पिक-अप ट्रकों और क्षतिग्रस्त कारों में, टट्टू गाड़ियों में और हाथ से खींची जाने वाली ट्रॉलियों में सवार होकर, पैदल, या कुछ तो व्हीलचेयर का सहारा लेकर राफा से भाग रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के अफसरों का कहना है कि शहर में अब तक 2 लाख 80 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी हैं, जिनमें से 24 घंटे के अंदर आधे लोग शहर छोड़ चुके हैं.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved