उज्जैन। भोपाल में ब्याजखोरों से तंग आकर एक परिवार मौत के मुँह में समा गया और उज्जैन में भी ब्याजखोरों के कारण कई मौतें हो चुकी हैं लेकिन उज्जैन पुलिस दो-तीन अभियान चलाकर चुप बैठ जाती है। भोपाल हादसे के बाद अब कल मुख्यमंत्री ने सभी जिला पुलिस को निर्देश दिए थे कि सूदखोरों के खिलाफ प्रदेश में अभियान चलेगा। इसके बाद उज्जैन पुलिस ने भी प्रेस नोट जारी किया है कि हर थाने में अलग से ज्यादा की शिकायतों की सुनवाई होगी। सूदखोरों के कारण भोपाल में कल एक परिवार ने आत्महत्या कर ली। यह मामला उछलने के बाद मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश में सूदखोरों के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, जिसके पालन में आज से एसपी ने सभी थानों के बाहर इससे संबंधित फ्लेक्स लगाने और अलग से एक शिकायत टेबल लगाने के निर्देश दिए हैं।
ब्याजखोरी से तंग आकर विवेकानंद के किराना व्यवसायी, नानाखेड़ा का एक फोटोग्राफ सहित एक दर्जन से अधिक लोग मर चुके हैं
उल्लेखनीय है कि शहर में ब्याजखोरों से परेशान होकर अब तक एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने आत्महत्या कर ली है। पिछले साल नानाखेड़ा क्षेत्र के एक फोटोग्राफर ने धरमबड़ला के समीप जहर खा लिया था। इसी तरह विवेकानंद कॉलोनी के किराना व्यापारी ने पिछले साल फाँसी लगाकर जान दे दी थी। इसी तरह भैरवगढ़ में एक व्यक्ति ने फांसी लगा ली थी। इसी तरह शहर में आधा दर्जन जगहों पर पिछले 6 माह के दौरान लोगों ने ब्याजखोरों की प्रताडऩा से तंग आकर जान दे दी है। इस मामले में अभी प्रकरण थानों में चल रहे हैं लेकिन पुलिस सूदखोरों के खिलाफ अभियान शुरू करने के कुछ दिन बाद ही बंद कर देती है।
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