नई दिल्ली: टाटा समूह (Tata group) ने एक मेगा मर्जर प्लान की घोषणा की है. इसके अनुसार, टाटा स्टील (Tata Steel) में समूह की 7 कंपनियों का विलय करेगा. ये सातों कंपनियां मेटल कारोबार से जुड़ी हैं. शेयर बाजारों को दी गई जानकारी के अनुसार, बोर्ड ने शुक्रवार को मर्जर का फैसला लिया है. टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट, टाटा मेटलिक्स, टिन प्लेट कंपनी, टीआरएफ, इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट, टाटा स्टील माइनिंग और एसएंडटी माइनिंग का विलय टाटा स्टील में किया जाएगा. 6 कंपनियां टाटा स्टील की सब्सिडियरी कंपनियां हैं और एक एसोसिएट कंपनी है.
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, टाटा स्टील ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि विलय योजना की समीक्षा स्वतंत्र निदेशकों की एक समिति और ऑडिट समिति द्वारा की गई है. 2019 के बाद से टाटा स्टील ने 116 संबद्ध संस्थाओं को कम कर दिया है. विलय का यह फैसला नियामकीय अनुमोदन मिलने के बाद प्रभावी होगा. कंपनी को इसके लिए स्टॉक एक्सचेंजों और एनसीएलटी की मंजूरी लेनी होगी. जानकारों का कहना है कि टाटा स्टील ने अपने मेटल कारोबार में मजबूती लाने के लिए यह कदम उठाया है.
यह होगा फायदा
टाटा स्टील के मुताबिक, इस मर्जर का उद्देश्य कारोबार और मैनेजमेंट स्ट्रक्चर को और सरल बनाना है. सभी कंपनियों की क्षमताओं और अवसर को एक साथ लाकर उनका इनका अधिकतम फायदा उठाना है. कंपनी का कहना है कि विलय से प्रबंधन क्षमताओं में बढ़ोतरी होगी और बिजनेस में सुधार होगा. विलय प्रक्रिया पूरे होने के बाद लागत घटाने में मदद मिलेगी. इससे शेयरधारकों सहित पक्षों को लाभ होगा. मर्जर से इन कंपनियों की कॉमन फैसिलिटी का उपयोग करना आसान होगा और साथ ही हर कंपनी के लिए अलग-अलग अनुमोदन लेने की आवश्यकता नहीं होगी.
शेयरों का स्वैप रेश्यो
टाटा स्टील के अनुसार, टाटा स्टील और टीआरएफ का स्वैप रेश्यो 17 अनुपात 10 का रहेगा. इसका मतलब है कि हर 10 टीआरएफ के शेयर पर टाटा स्टील के 17 शेयर मिलेंगे. टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट के हर 10 शेयरों के लिए टाटा स्टील के 67 शेयर मिलेंगे. टिन प्लेट के हर 10 शेयर के लिए टाटा स्टील के 33 शेयर मिलेंगे. टाटा मेटलिक्स के हर 10 शेयर के लिए टाटा स्टील के 79 शेयर मिलेंगे.
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