इंदौर। एससी-एसटी के कोटे में कोटा के निर्णय के बाद इनसे जुड़े संगठन विरोध कर रहे हैं और इसी कड़ी में आज भारत बंद का नारा दिया गया है। हालांकि इंदौर में भारत बंद का असर नजर नहीं आ रहा है। रोज की ही तरह लोग अपने कामकाज पर पहुंचे और सबकुछ सामान्य रहा। हालांकि इंदौर में किसी भी संगठन ने बंद की जवाबदारी नहीं ली है। ऐहतियात के तौर पर शहर के प्रमुख स्थानो ंपर पुलिस बल लगा रखा है, ताकि सिकी प्रकार की तोडफ़ोड़ और दुघर्टना पर तत्काल एक्शन लिया जा सके। वहीं खुफिया विभाग को भी ऐसी जानकारी है कि दलित-आदिवासियों का नेतृत्व करने वाले दोपहर में कलेक्टर कार्यालय पर ज्ञापन देने आ सकते हैं।
बंद को बहुजनसमाज पार्टी ने भी अपना समर्थन ने दिया है, वहीं इसके पहले दलितों और आदिवासियों के संगठन ने आज भारत बंद का ऐलान किया था, लेकिन प्रदेश के साथ-साथ इंदौर में इसका व्यापाक असर देखने को नहीं मिल रहा है। कल सोशल मीडिया पर एक पर्चा वाइरल हुआ, जिसमें बंद को लेकर अपील की गई थी और केवल इमरजेंसी सेवाओं को छोडक़र सभी जगह बंद का ऐलान किया गया था। हालांकि आज इंदौर की सुबह सामान्य ही रही। सबह से होटलें और नाश्ते की दुकानें खुल गई थीं और बच्चे भी स्कूल जाते नजर आए। सभी दफ्तर भी खुल गए हैं और लोग अपने-अपने कामकाज पर निकले। शहर के प्रुख बाजार सीतलामाता बाजार, खजूरी बाजार सराफा, बर्तन बाजार, मारोठिया बाजार, जवाहर मार्ग और एमजी रोड स्थित मार्केट भी रोज की तरह अपने समय पर खुले। कुल मिलाकर इंदौर में बंद का असर नजर नहीं आ रहा है। राजबाडा चौक पर आज सुबह से पुलिस बल लगा दिया गया है और पुलिस हर बाजार में निगाह रखे हुए हैं, ताकि अगर कोई हुड़दंगी आए तो उनसे निपटा जा सके। पुलिस सूत्रों का कहना है कि किसी भी पार्टी ने खुले तौर पर इंदौर में तो अभी तक कोई सामने नहीं आया है, लेकिन खुफिया जानकारी के आधार पर शहर में पुलिस बल लगा रखा है।
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