- कल शाम को सट्टेबाजी के केस में 25 हजार रुपए लेने के लिए शिकायतकर्ता को बुलाया था-लोकायुक्त ने रंगेहाथों पकड़ा
उज्जैन। कल शाम लोकायुक्त की टीम ने एक घंटे नजर रखने के बाद चिमनगंज मंडी थाने के आरक्षक को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया था लेकिन उक्त आरक्षक के हाथ तो रंगा गए पर रुपए उसने गायब कर दिए। किसी थाने में लोकायुक्त द्वारा लंबे समय बाद कार्रवाई की गई है तथा इससे थाने में हड़कंप मच गया। लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने बताया कि चिमनगंज मंडी थाने के आरक्षक रवि कुशवाह के खिलाफ मुकेश और संजय से सट्टे के मामले में 70 हजार रुपए की घूस मांगी थी और कल उसे 25 हजार रुपए लेकर थाने पर बुलाया था। इधर मुकेश ने लोकायुक्त को शिकायत कर दी थी। इस पर आरक्षक रवि द्वारा बताए समय से पहले लोकायुक्त की टीम थाने के बाहर खड़ी हो गई थी और एक घंटे तक नजर रखी गई।
इसी बीच वहां पर मुकेश धनवानी निवासी अवंतिपुरा आया और उसने आरक्षक को लोकायुक्त द्वारा दिए गए नोट थमाए। इसी दौरान लोकायुक्त के दल ने कार्रवाई कर दी और रंगेहाथों आरक्षक रवि कुशवाह को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान उसके हाथ तो रंगा गए थे लेकिन उसने नोट गायब कर दिए और उसके पास से नोट नहीं मिले। पुलिस ने बताया कि आरोपी रवि कुशवाह को माधवनगर थाने में हिरासत में रखा हुआ है तथा उससे पूछताछ जारी है। रुपए उसने कहां छिपाए हैं, इसका पता लगाने के लिए आज कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा। इसी तरह आलोट की सहकारी संस्था के बाबू चंचल कुमार और भविष्य निधि कार्यालय के कर्मचारी अशोक शर्मा के खिलाफ भी रिश्वत मांगे जाने की शिकायत एक व्यक्ति द्वारा की गई और शिकायत पर कार्रवाई की जा रही है। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि विभिन्न थाना क्षेत्रों में सट्टा चल रहा है जिसमें पुलिस कर्मी वसूली करते हैं। यह पहली बार हो रहा है कि इस सट्टे के काम के लिए रिश्वत लेते पुलिस को पकड़ा।