16 गांवों में 70 से अधिक पशु लंपी चर्म रोग की चपेट में
इंदौर। लम्पी स्किन डिजीज (Lumpy Skin Disease) से इंदौर जिले की बेटमा (Betma) और देपालपुर (Depallur) तहसील में हाहाकार मच गया है। बचाव के लिए पशुओं को वैक्सीन (Vaccine) लगाई जा रही है। पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) के आंकड़ों के मुताबिक देपालपुर और सेंदा गांव (Senda Village) में सबसे ज्यादा 40 पशु संक्रमित ( Infected) हो चुके हैं। इन दोनों गांव में संक्रमित पशुओं के साथ ही अन्य पशुओं को वैक्सीन लगा दी गई है, वहीं चपेट में आए पशुओं के खाने-पीने और रहने की व्यवस्था भी अलग कर दी गई है। पशुपालन विभाग की टीम द्वारा गांव में जाकर पशुपालकों (Animal Husbandry) को जागरूक करते हुए उनसे कहा गया है कि सावधानी रखना नहीं भूलें।
इन गांवों में संक्रमित हैं पशु
पशुपालन विभाग के आंकड़े के मुताबिक सबसे ज्यादा देपालपुर में 22, सेंदा में 18, बेहरीपुरा में 7, पीर पीपल्या में 3, विजयपुर में 1, करवासा में 1, दौलताबाद में 2, पिपलोदा में 2, अहिरवार में 1, सेगंदा में 1, खतवाड़ी में 1, कमालपुर में 2, गिरोता में 1, नेवरी में 1, खमरिया में 6 तथा ग्राम दसरी में 2 पशु संक्रमित हैं। महू, सांवेर एवं जिले के विभिन्न गांवों में भी कई पशु संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। हालांकि पशुपालन विभाग द्वारा अभी इन गांवों के आंकड़े नहीं जारी किए गए हैं। जिस गांव के पशु चपेट में आए हैं, वहां के पशुपालकों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने पशुओं को बाहर नहीं जाने दें। उन्हें वैक्सीन जरूर लगवाएं।
पशुपालन विभाग के साथ साथ राजस्व विभाग की टीम भी फील्ड में उतरी
लंपी चर्म रोग की इंदौर जिले में पुष्टि होने के बाद से प्रशासनिक अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। पशुपालन विभाग के साथ-साथ क्षेत्रीय एसडीएम, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी भी गांव-गांव में जाकर पशुपालकों को जागरूक कर रहे हैं। पशुपालकों से कहा जा रहा हैं कि अगर किसी का पशु इस बीमारी की चपेट में आया है तो तुरंत उसे दूर रखें, साथ ही टीका अवश्य लगवाएं।
इंदौर जिले में चार हजार टीके लगाए
इंदौर जिले के लिए 10 हजार शीप पॉक्स वैक्सीन मंगाई जा चुकी हैं, जिनमें से लगभग 4 हजार लगा भी दी हैं। जो पशुपालक अपने पशुओं को टीके लगाने से वंचित हैं, उन्हें समझाइश दी जा रही है कि जल्द से जल्द पशुपालन केंद्र आएं और टीके लगवाएं। खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन और धार जिले में सैकड़ों पशु इस बीमारी की चपेट में आए हैं। संभागीय संयुक्त संचालक जीएस डाबर सहित अन्य अधिकारियों द्वारा ज्यादा प्रभावित गांवों में प्रतिदिन दौरा कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
एक पशु से दूसरे में आसानी से फैल जाती है बीमारी
यह पशुओं की वायरल बीमारी है, जो पॉक्स वायरस से मच्छर, मक्खी, टिक्स आदि से एक पशु से दूसरे पशु में फैलती है। शुरुआत में हलका बुखार दो-तीन दिन के लिए रहता है। इसके बाद पूरे शरीर की चमड़ी में 2-3 सेंटीमीटर की गठानें निकल आती हैं, जो चमड़ी के साथ मांसपेशियों की गहराई तक जाकर मुंह, गले एवं श्वास नली तक फैल जाती है। साथ ही लिम्फ नोड, पैरों में सूजन, दुग्ध उत्पादन में कमी, गर्भपात, बांझपन और कभी-कभी पशु की मृत्यु भी हो जाती है।
केन्द्र सरकार तक है परेशान प्रधानमंत्री बुला चुके हैं बैठक
लंपी चर्म रोग से मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में हाहाकार मचा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सभी राज्य सरकारों की बैठकर बुलाई गई हैं, जिसमें निर्देश दिया जा रहा है कि इस बीमारी के निदान के लिए तेजी से प्रयास करें।सभी पशुओं को वेक्सिन लगाई जाए ।पशुपालन विभाग के साथ जिला प्रशासन की टीम भी सामंजस्य बना कर इस महामारी पर काबू पाने का प्रयास करें।
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