गोपालगंज। बिहार(Bihar) के गोपालगंज में बाढ़ ने हर तरफ तबाही मचाई है. बारिश और बाढ़(rain and flood) की वजह से लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है. बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों का पलायन जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ कई लोगों की शादी(Wedding) भी बाढ़ की वजह से प्रभावित हुई है. ऐसा ही एक मामला गोपालगंज जिले के माझागढ़ प्रखंड के निमुइया पंचायत से आया है, जहां एक पिता ने अपनी बेटी की शादी की पूरी तैयारी कर रखी थी.
घर में मेहमान और रिश्तेदार भी पहुंच गए थे, लेकिन अचानक उनका गांव पूरी तरह बाढ़ (flood) से घिर गया. गांव में आई अचानक बाढ़ ने शादी समारोह (wedding ceremony) की तैयारियों पर पानी फेर दिया. फिर भी दोनों पक्षों ने सूझ-बूझ दिखाई और नाव (boat) से यात्रा कर वर व वधु को परिणय सूत्र में बंधे। दूल्हे रामकुंवर यादव को जान जोखिम में डालकर गाड़ी की बजाए नाव से दुल्हन के दरवाजे जाना पड़ा.
गोपालगंज जिला मुख्यालय से 11 किलोमीटर दूर माझा प्रखंड के निमुइया पंचायत के मांघी निवासी कन्हैया यादव टेंट और शामियाना का जुगाड़ कर उसे नाव से ही अपने दरवाजे पर ले गए. उन्हें दो किलोमीटर बाढ़ के पानी में नाव से जाना पड़ा. कन्हैया यादव ने कहा, ‘सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं. जब पानी में ही रहना है तो इससे क्यों डरें.’ गाड़ियों के काफिले के साथ दूल्हा जैसे ही गौसिया तटबंध पहुंचा, आगे का रास्ता बाढ़ में डूबा मिला. दुल्हन पक्ष के लोग नाव को लेकर उन्हें ले जाने के लिए वहां तैनात थे. काफी समझाने के बाद बाराती नाव से जाने को तैयार हुए. दूल्हे राजा को गाड़ी से उतरकर कुछ दूर तटबंध पर पैदल चलना पड़ा. फिर उन्हें आगे का सफर नाव से पूरा करना पड़ा. दुल्हन पक्ष द्वारा बारातियों के लिए 6 नाव की व्यवस्था की गई थी, ताकि मेहमानों को गांव तक लाने में कोई परेशानी न हो. दूल्हे के पिता रामबचन यादव ने बताया, ‘लड़की पक्ष के गांव में बाढ़ आ गई है, लेकिन किसी तरह शादी के लिए गांव में जाना ही पड़ेगा, इसलिए नाव से बारात लेकर जा रहे हैं.’