ढाका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की बांग्लादेश (Bangladesh) यात्रा के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा की साजिश रची गई थी। एक खुफिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी (Jamaat-e-Islami) ने बड़ी साजिश रची थी और इसके लिए पैसे भी बांटे गए थे। बता दें कि पीएम मोदी के दौरे से पहले और बाद में बांग्लादेश में हिंसा की कई घटनाएं हुईं, जिसे भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा के विरोध के रूप में देखा गया, लेकिन अब ये साफ हो गया है कि वो विरोध नहीं बल्कि सुनियोजित साजिश थी।
Report में छापेमारी की सिफारिश
रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस, मीडिया और सरकारी ऑफिसों पर बड़े पैमाने पर हमले की तैयारी थी। ‘दैनिक भास्कर’ ने खुफिया रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि जमात-ए-इस्लामी ने इसके लिए भारी मात्रा में पैसे बांटे थे, ताकि पीएम मोदी की यात्रा के दौरान कानून व्यवस्था का मुद्दा बनाकर शेख हसीना (Sheikh Hasina) के नेतृत्व वाली सरकार पर सवाल उठाए जा सकें। रिपोर्ट में जमात-ए-इस्लामी और हिफाजत-ए-इस्लाम के नेताओं के मालिकाना हक वाले सभी होटलों पर छापेमारी की सिफारिश की गई है। इसमें यह भी कहा गया है कि यदि जरूरी हो तो कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया जाए।
अब तक कई लोगों पर Case दर्ज
रिपोर्ट में कहा गया है कि जमात-ए-इस्लामी की अचल संपत्तियों, अस्पतालों, बीमा, मदरसों, इमारतों की छानबीन की जानी चाहिए। गौरतलब है कि बांग्लादेश में रविवार को हुई झड़पों के मामले में जमात और हिफाजत के 200 नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उन पर पुलिस के काम में रुकावट डालने और उस पर हमला करने का आरोप है। वहीं, पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को ढाका की बैतुल मुकर्रम नेशनल मस्जिद में झड़प के मामले में 600 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
Supporters को बुलाया था Dhaka
रिपोर्ट के अनुसार, जमात-ए-इस्लाम के नेताओं ने मोदी की यात्रा के मद्देनजर अपने 60% समर्थकों को राजधानी ढाका आने के लिए कहा था। नतीजतन इस्लामी छात्र संगठन, महिला विंग और इस्लामिक शैडो संगठन के सदस्य बड़ी संख्या में ढाका पहुंचे थे, जिन्हें तीन समूहों में बांटा गया था। साजिश के मुताबिक जमात के छात्र संघ अध्यक्ष शिबीर के साथ पहले ग्रुप को मोदी विरोधी कार्यक्रमों में शामिल होना था। दूसरे ग्रुप को लेफ्ट शेड संगठन के साथ मोदी विरोधी रैली निकालनी थी और तीसरे ग्रुप को हिफाजत के 6 इस्लामी राजनीतिक दलों के प्रदर्शन का हिस्सा बनना था। इस बीच एक और खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि जमात, हिफाजत और विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार गिराने की साजिश रच रहे हैं।
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