कलेक्टर के निर्देश के बाद आवेदकों की उम्मीदें बढ़ीं, सामने आने लगे मामले
इंदौर। हाल ही में हुई आरओ बैठक (RO meeting) में कलेक्टर (collector) ने जमीन (ground) के जादूगरों (magicians) पर कार्रवाई करने का ऐलान किया। उसके बाद जनसुनवाई ( public hearing) में कल जमीनों से जुड़े मामलों की झड़ी लग गई। हालांकि देर से सुनवाई शुरू करने और जल्दी बंद कर देने के बाद कुछ बुजुर्ग महिलाओं (women) ने हंगामा भी किया।
सैटेलाइट एनक्लेब ( satellite enclave) के कालोनाइजर (colonizer) अरुण डागरिया, अतुल सुराणा के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचे कालोनी के रहवासियों ने बताया कि 12-13 वर्षों से प्लाटों की रजिस्ट्री नहीं करवाई जा रही है। विकास के नाम पर कालोनी में उखड़ी सडक़ें और टूट-फूट ही नजर आ रही है, वहीं परिवार द्वारा जमीन पर कब्जा करने की शिकायत लेकर पहुंचे आवेदकों की संख्या भी जनसुनवाई मेें अच्छी खासी नजर आई। हालांकि कलेक्टर ने कालोनाइजरों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, वहीं ऐसी कालोनियां, जिन्हें अवैध रूप से बसाया जा रहा है, उनके कर्ताधर्ताओं पर गाज गिराने की भी बात कही है, लेकिन कलेक्टर की इस पहल के बाद आम आवेदक भी अपने पारिवारिक व आपसी जमीनी झगड़े लेकर पहुंचने लगे हैं। मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान कई कालोनाइजरों की शिकायत सहित कई पारिवारिक विवाद भी पहुंचे।
कलेक्टर ने कहा- जेब से करो मदद… पर सुनवाई नहीं
किरण खांडेकर निवासी अमर पैलेस नें कोरोना काल में पति को ब्लेकफंगस से पीडि़त होने के बाद आर्थिक स्थिति खराब होने का आवेदन दिया। महिला ने बताया कि चोइथराम में आपरेशन, सीटी स्कैन, एमआरआई, फंगस की दवाइयां करवाते करवाते परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई कि दोनों बच्चों की स्कूल फीस भी नहीं भरी जा सकी। अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारियों ने महिला को कोई मदद नहीं कर पाने का हवाला देकर उल्टे पांव लौटा दिया, जबकि हाल ही में कलेक्टर ने अधिकारी से लेकर कर्मचारियों तक को जेब से मदद करने तक की भी हिदायत दी थी।
स्वरोजगार मेला लगा, जरूरतमंदों को ही नहीं ंिमली सहायता
हाल ही में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों ने स्वरोजगार मेले का आयोजन किया, लेकिन उसमें जिन हितग्राहियों को लाभ दिलाया गया, उन पर सवालिया निशान लग रहे हैं। जावेद पिता जाकिर हुसैन ने स्वयं का व्यवसाय करने के लिए लोन दिलाने का आवेदन देेते हुए बताया कि इतना बड़ा मेला आयोजित किया, लेकिन हम जैसे दिव्यांगों को उस मेले में जगह नहीं दी गई। आला अधिकारियों ने भी हम जैसे दिव्यांगों को इस योजना में लाभ दिलाने की पहल तक नहीं की। अपर कलेक्टर अजयदेव शर्मा ने दिव्यांग को स्वरोजगार के लिए लोन दिलाने का आश्वासन दिया।
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