भोपाल। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर प्रदेश सरकार ने सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। पिछले एक हफ्ते में प्रदेश में कोरोना के कुछ ज्यादा केस सामने आए हैं। ऐसे में ऐसी संभावना है कि सरकार एहतिहात के तौर पर प्रदेश में भीड़-भाड़ वाले आयोजनों पर बंदिशें लगा सकती है। जिसमें शादी-विवाह एवं अन्य आयोजनों में शामिल होने वालों की संख्या सीमित हो सकती है। हालांकि पिछले महीने ही सरकार ने बंदिशें खत्म कर दी थी। इस बीच आईएएस एसोसिएशन ने 17 दिसंबर से होने वाली तीन दिवसीय आईएएस मीट को स्थगित करने का फैसला लिया है।
सोमवार को हो सकता है फैसला
देश में कोरोना के नए वेरिएंट के मामले सामने आ चुके हैंं। ऐेसे में सरकार कोई जल्द ही बड़ा फैसला कर सकती है। सरकारी सूत्रों के अनुसार सोमवार को इसको लेकर बड़ी बैठक में सरकार कोरोना को लेकर नई गाइडलाइन जारी कर सकती है। जिसमें सिर्फ यात्रियों की हिस्ट्री, टेस्ट एवं भीड़-भाड़ वाले आयोजनों पर सख्ती हो सकती है। गृह विभाग नई गाइडलाइन जारी कर सकता है।
हम संकट के मुहाने पर: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का सामना जनभागीदारी मॉडल पर किया जाएगा। हम संकट के मुहाने पर खड़े हैं। उन्होंने कहा कि मिल-जुलकर संभावित संकट का मुकाबला करेंगे। पिछले एक महीने में विदेश यात्रा से इंदौर लौटे करीब 100 लोगों की तलाश स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। अच्छी बात यह है कि विदेश से आए 50 लोगों की जांच हो चुकी है। वे कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं मिले हैं।
यह है रणनीति
प्रदेश सरकार ने नए वैरिएंट के चलते कोरोना की तीसरी लहर के खतरे से निपटने के लिए थ्री-टी रणनीति बनाई है। थ्री-टी यानी टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इसमें आरटीपीसीआर में पॉजिटिव आने वाले सभी मरीजों का अनिवार्य रूप से जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं।
सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी
प्रदेश के सभी कलेक्टर्स, मेडिकल कॉलेजों के डीन, सीएमएचओ और सिविल सर्जन को यह निर्देश भेजा गया है। उन्हें कहा गया है कि कोविड की आरटी-पीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर मरीज के सैंपल जीनोम सीक्वेसिंग के लिए अनिवार्य रूप से भिजवाएं। मंत्रालय ने 30 नवंबर को ही यह आदेश जारी किया।
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