हैदराबाद। भाजपा को केंद्र की सत्ता से हटाने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के बैनर तले एकजुट हुए विपक्षी दलों में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर टकराव बढ़ सकता है। सूत्रों के मुताबिक, रविवार को हैदराबाद में संपन्न हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी के कुछ नेताओं ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद सीट बंटवारे पर फैसला लेने का सुझाव दिया है, क्योंकि पार्टी को इन चुनावों में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। इसे पार्टी की स्थिति मजबूत हो जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि विशेषकर उन राज्यों के नेताओं ने इस संबंध में अपनी बात रखी, जहां कांग्रेस का सीधा मुकाबला इंडिया गठबंधन में शामिल कुछ दलों से है। हालांकि, पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने कांग्रेस के साथ-साथ विपक्षी गठबंधन को भी मजबूत करने की वकालत की।
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति के दो दिवसीय सत्र के दौरान कई नेताओं ने कांग्रेस संगठन और इंडिया गठबंधन को मजबूत करने के आह्वान का समर्थन किया। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पार्टी को समान विचारधारा वाले दलों के साथ सीट बंटवारे पर फैसला लेने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। एकतरफ जहां बैठक के दौरान, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कांग्रेस के साथ-साथ इंडिया गठबंधन को मजबूत करने का आह्वान किया, वहीं पार्टी के कई नेताओं ने कहा कि यह कांग्रेस के हितों को नजरअंदाज करके नहीं किया जाना चाहिए।
सीडब्ल्यूसी की बैठक के दौरान रविवार को चार चुनावी राज्यों के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षों ने चुनाव को लेकर तैयारियों और रोड मैप पर अपनी रिपोर्ट दी। सूत्रों ने बताया कि विचार-विमर्श के दौरान, कुछ नेताओं ने ‘आप’ नेताओं द्वारा कांग्रेस पर हमला जारी रखने और पार्टी नेताओं को चोट पहुंचाने पर चिंता जाहिर की। सूत्रों ने बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन, अलका लांबा और प्रताप सिंह बाजवा समेत दिल्ली और पंजाब के कुछ नेताओं ने आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ अपनी बात रखी। इस पर कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्य के नेताओं को आश्वासन दिया कि अन्य दलों के साथ सीट बंटवारे पर कोई भी बातचीत राज्य इकाइयों के परामर्श से ही की जाएगी।
अजय माकन ने आप नेताओं की बयानबाजी का मुद्दा उठाया
सूत्रों ने कहा कि माकन ने पार्टी नेतृत्व से कहा कि वह इंडिया गठबंधन के पक्ष में हैं, लेकिन कांग्रेस को सीट बंटवारे पर बातचीत में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए और इन पांच राज्यों में नतीजे आने तक इंतजार करना चाहिए। उन्होंने सीट बंटवारे पर बातचीत करने के बजाय पार्टी को मजबूत करने का आह्वान किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री माकन ने कहा कि आप नेता उन राज्यों में चुनाव लड़ने की घोषणा कर रहे हैं, जहां कांग्रेस सरकार बनाने की स्थिति में है। साथ ही कांग्रेस नेताओं पर हमले भी कर रहे हैं। इस पर रोक लगनी चाहिए।
सूत्रों ने कहा कि पंजाब के नेता बाजवा और अमरिंदर सिंह राजा वारिंग राज्य में आप के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा वारिंग ने पार्टी नेताओं को निशाना बनाने का भी मुद्दा उठाया था, लेकिन उन्हें पार्टी नेतृत्व के साथ अलग से चर्चा करने के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन के कुछ नेता चाहते हैं कि सहयोगी दलों के बीच सीटों का बंटवारा जल्द से जल्द हो। आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल और सपा के अखिलेश यादव ने सितंबर के अंत तक इस पर निर्णय लेने का आह्वान किया है। पंजाब, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और केरल समेत कई राज्यों में विपक्ष दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर मतभेद हैं।
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