नई दिल्ली। इंडियन स्टार्टअप जोमैटो लिमिटेड (Zomato Limited) में काफी कुछ बदलाव होने जा रहा है। फूड डिलिवरी कंपनी (Food Delivery Company) अब अपना नाम बदलने पर विचार कर कर रही है। जोमैटो का मैनजमेंट (Zomato Management) एक पैरेंट कंपनी बना सकता है। साथ ही हर कंपनी को संभालने के लिए अलग-अलग सीईओ (CEO) भी रखे जा सकते हैं। ब्लूमबर्ग के मुताबकि, जोमैटो अपने प्रमुख कारोबार के नेतृत्व के लिए चार सीईओ की नियुक्ति कर रहा है। बता दें कि पिछले साल 2021 में जोमैटो का आईपीओ आया था। कंपनी ने हाल ही में क्विक डिलिवरी कंपनी ब्लिंकिट का भी अधिग्रहण किया है।
दीपिंदर गोयल पैरेंट कंपनी (Deepinder Goyal Parent Company) को री-ब्रांड करने का प्लान बना रहे हैं और जोमैटो का नाम बदलकर ‘इटरनल’ रखा जा सकता है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, जोमैटो का नया नाम ‘इटरनल लिमिटेड’ (Eternal) हो सकता है। एंट ग्रुप कंपनी टेमासेक होल्डिंग्स पीटीई और गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक द्वारा सपोर्टेड कंपनी जोमैटो ने एक इंटरनल मेमो में कहा है कि वह किराना-डिलीवरी स्टार्टअप ब्लिंकिट के सौदे के बाद अब ऐसी यूनिट तैयार की जा रही हैं, जिसके लिए कम से कम चार अलग-अलग सीईओ होंगे। ये सभी यूनिट्स साथ में मिलकर काम करेंगे। बता दें कि कंपनी के पास हाइपरप्योर नाम से बिजनेस-टू-बिजनेस यूनिट भी है, जो रेस्तरां को सामग्री और रसोई की आपूर्ति प्रदान करती है।
Zomato के को-फाउंडर और सीईओ दीपिंदर गोयल ने कर्मचारियों के साथ शेयर किए एक नोट में लिखा है, “हमारे प्रत्येक कारोबार (जैसे जोमैटो, ब्लिंकिट, हाइपरप्योर और फीडिंग इंडिया) चलाने के लिए अलग-अलग चार सीईओ होंगे। सभी एक-दूसरे के साथियों के रूप में काम करेंगे, और एक होकर काम करेंगे। कारोबार को विस्तार करने के लिए एक सुपर-टीम तैयार की जाएगी।” गोयल ने कहा, “आज से, हम इस बड़े संस्थान को “Eternal” कहने जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह नाम अभी इंटरनल ही रहेगा। आपको बता दें कि जोमैटो की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन खबर है कि कंपनी के भीतर नए नाम ‘इटरनल’ का इस्तेमाल शुरू हो गया है। जल्द ही आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा हो सकती है।
कंपनी ने अपने इंटरनेल मेल में यह भी कहा है कि हम अपनी कंपनी का नाम Zomato Ltd. से Eternal Ltd. में बदल देंगे। साथ ही अपने स्टॉक टिकर को भी ETERNAL में बदल देंगे।”चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में जोमैटो का कंसॉलिडेटेड नेट लॉस घटकर 185.7 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी का घाटा 356.2 करोड़ रुपये था। वहीं, मार्च 2022 तिमाही में जोमैटो को 359.7 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में कंपनी की ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू बढ़कर 6,430 करोड़ रुपये रही है।
बता दें कि तिमाही नतीजों के बाद जोमैटो के शेयरों में तेजी देखी जा रही है। कंपनी के शेयर मंगलवार को 19% तक चढ़ गए थे। हालांकि, निवेशकों के लिए आईपीओ लॉकअप अवधि समाप्त होने के बाद जुलाई में स्टॉक रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया था। आज मंगलवार को जोमैटो के शेयर 20% की तेजी के साथ 55.55 रुपये पर बंद हुए।
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