नई दिल्ली । ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त (High Commissioner of India in UK) विक्रम दोरईस्वामी (Vikram Doraiswamy) ने बुधवार को कहा कि ‘सोशल मीडिया पर (On Social Media) फैलाए जा रहे (Being Spread) सनसनीखेज झूठ में (In the Sensationalist Lies) कोई सच्चाई नहीं है (There is No Truth) ।’ बता दें कि ‘वारिस पंजाब दे’ पर पुलिस की कार्रवाई और इसके प्रमुख अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के प्रयासों के बारे में भारतीय उच्चायुक्त बात कर रहे थे।
एक वीडियो संबोधन में, दोरईस्वामी ने कहा, भारत में यात्रा के लिए स्थिति सामान्य है और भारत की यात्रा करने वाले यूके सहित सभी देशों के लोग सुरक्षित हैं। मैं यहां यूके में अपने सभी दोस्तों, विशेष रूप से पंजाब में रिश्तेदारों वाले भाइयों और बहनों को आश्वस्त करता हूं कि सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे सनसनीखेज झूठ में कोई सच्चाई नहीं है। यह वीडियो लंदन में भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी किया गया।
दोरईस्वामी ने वीडियो में कहा, आपके मातृभूमि की स्थिति वैसी नहीं है, जैसी बताई जा रही है। राज्य के निर्वाचित मुख्यमंत्री और स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने टेलीविजन पर साक्षात्कार सहित विस्तृत जानकारी दी है, कृपया इन्हें देखें, विश्वास नहीं होता कि मुट्ठी भर लोग दुष्प्रचार करते हैं। फरवरी में अमृतसर के बाहरी इलाके में अजनाला पुलिस थाने में कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों की पुलिस के साथ झड़प हुई थी। वे अपने साथी लवप्रीत तूफान की रिहाई की मांग कर रहे थे। इस झड़प के लगभग एक महीने बाद पुलिस ने कार्रवाई की है।
उच्चायुक्त ने आगे कहा कि 18 मार्च को पंजाब पुलिस ने ‘वारिस पंजाब दे’ के लोगों के खिलाफ एक अभियान चलाया। उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। खासकर इस संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह और कुछ अन्य तत्वों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए। उन्होंने वीडियो मैसेज में आगे बताया, चार जिलों को छोड़कर पूरे राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं सहित सभी संचार सेवाएं आज दोपहर तक उपलब्ध होंगी। राज्य भर में, ब्रॉडबैंड एक्सेस का उपयोग करने वाली इंटरनेट पहुंच प्रभावित नहीं हुई है। मीडिया पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
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