कहते हैं कि इंसान की मूलभूत आवश्यकता है तो वह धन यह वजह है कि इस कलयुग (Kali Yuga) में धन के बिना स्वच्छ हवा पाना भी मुश्किल है, जीवन यापन करने के लिए धन की भी जरूरत पड़ती है इसलिए धन पाने लिए आज इंसान कितना परिश्रम कर रहा है यह किसी से छिपा नहीं है। मां लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है। मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) की कृपा से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
धन लाभ के लिए मां लक्ष्मी की कृपा होना बहुत जरूरी होता है। आचार्य चाणक्य के अनुसार कुछ स्थानों पर मां लक्ष्मी का हमेशा वास रहता है। जहां मां लक्ष्मी वास करती हैं वहां धन संबंधित परेशानियां कभी भी नहीं आती हैं। चाणक्य कहते हैं कि मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घर में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए। घर में खुशहाली बनाकर रखनी चाहिए। जिन घरों में साफ- सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है वहां पर मां लक्ष्मी का वास होता है और यह भी कहा जाता है कि जिस जगह दीपक चलाया जाता है उस जगह भी लक्ष्मी जी का निवास होता है। दूसरी तरफ जिन घरों में क्लेश होता है, वहां मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है, बल्कि दरिद्रता का निवास होता है।
चाणक्य कहते हैं दान-पुण्य करने वाले लोगों पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है। सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेने वालों से मां लक्ष्मी कभी रूठती नहीं हैं। कड़वे वचन बोलने वालों पर मां लक्ष्मी कभी अपना कृपा नहीं बरसाती हैं इसलिए हमेशा अपनी वाणी में मधुरता लानी चाहिए।