मुंबई: ये हफ्ता दुनियाभर के शेयर बाजारों के लिए साल का सबसे खराब सप्ताह रहा. चाहे अमेरिकी बाजार हों या भारतीय शेयर बाजार. इस हफ्ते निफ्टी और डाउ जोन्स 52 सप्ताह के निचले स्तर पहुंच गए. अकेले भारतीय शेयर बाजार में पिछले 6 दिन में निवेशकों के 18 लाख करोड़ रुपए डूब गए. यही हाल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का भी रहा. यहां भी पूरे हफ्ते हाहाकार मची रही.
इसी हफ्ते क्रिप्टोकरेंसी का कुल मार्केट मार्केट कैप भी 1 लाख करोड़ डॉलर के नीचे आ गया. बीते 7 दिनों में क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप लगभग 30 हजार करोड़ डॉलर यानी 22 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा साफ हो चुका है. 7 दिन के अंदर ही सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin और दूसरी बड़ी करेंसी इथेरियम 30 फीसदी से ज्यादा टूट चुके हैं. इसी बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि क्रिप्टो मार्केट में इस हफ्ते कितना रक्तपात हुआ है.
क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 10 जनवरी को 1.187 लाख करोड़ रुपए था. आज शनिवार को यह 88 हजार करोड़ डॉलर पर आ गया है. टॉप टेन करेंसी अपने हाई से 70 फीसदी तक टूट चुकी हैं. इसी हफ्ते अमेरिकी शेयर बाजार डाउ जोन्स भी 30,00 के स्तर से नीचे चला गया है. यह मई 2020 के बाद उसका सबसे खराब प्रदर्शन है.
बिटकॉइन 20 हजार डॉलर के करीब
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की हालत खराब हो गई है. आज शनिवार को एक बिटकॉइन की कीमत 20,390 डॉलर के आस-पास ट्रेड कर रही है. यह अपने हाई यानी नवंबर 2021 के स्तर से 65 फीसदी से ज्यादा टूट चुकी है. सिर्फ पिछले सात दिन में यह करेंसी लगभग 30 फीसदी गिर चुकी है.
Ethereum 7 बीते 7 दिन में 35% टूटी
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ethereum पिछले 7 दिन 35 फीसदी गिर चुकी है. अपने नवंबर के हाई से यह करेंसी लगभग साढ़े चार गुना घट गई है. आज शनिवार को यह 1074 डॉलर पर ट्रेड कर रही है. नवंबर 2021 में यह 4600 डॉलर पर चल रही थी.
Dogecoin की हालत और बदतर
मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी dogecoin की हालत बद से बदलत हो गई है. अपने हाई से यह करेंसी 80 फीसदी से ज्यादा नीचे आ गई है. अगर आपने अगस्त 2021 में इसमें एक लाख रुपए लगाए होते तो आज वह लगभग 15 हजार या उससे कम हो गया होता.
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