इंदौर। 5 जून से शासन के निर्देश पर नदी-नालों तालाबों के अतिक्रमण-अवैध निर्माणों को हटाने का जो अभियान शुरू किया जा रहा है उसमें शहर के 20, ग्रामीण क्षेत्र के 56, इस तरह 76 तालाबों को अतिक्रमण मुक्त करने का दावा प्रशासन ने किया है। सरस्वती और कान्ह नदी के किनारों से भी अतिक्रमण हटाए जाएंगे और नदी-तालाबों की जल आवक वाली चैनलों को भी बाधारहित किया जाएगा और पौधारोपण का भी बड़ा अभियान मानसून के दौरान चलेगा। हालांकि हर बार मानसून से पहले प्रशासन और निगम इस तरह के अभियान चलाता है और नालों के किनारे बने मकानों को सूचीबद्ध किया, मगर राजनीतिक दबाव-प्रभाव के चलते कार्रवाई नहीं हो सकी।
कलेक्टर आशीष सिंह ने कल इस अभियान को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के लिये संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सिद्धार्थ जैन, अपर आयुक्त नगर निगम श्री सिद्धार्थ जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में बताया गया कि राज्य शासन के निर्देशानुसार यह अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने निर्देश दिये कि इंदौर शहर में स्थित सरस्वती तथा कान्ह नदी से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रभावी रूप से की जाये। अगले दो दिन में सभी अतिक्रमणों को सूचिबद्ध कर लिया जाये। बताया गया कि वर्ष-2019 में इन दोनों नदियों के अतिक्रमण के संबंध में सर्वे कर सूची तैयार की गई थी। उन्होंने निर्देश दिये कि अभी इसके बाद और भी अतिक्रमण हुए हो, तो उसकी भी सूची तैयार कर ली जाये। अतिक्रामकों को नोटिस तामिल कराये जायें। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि नदियों के 30 मीटर के दायरे में कोई भी अतिक्रमण नहीं रहे। उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत इंदौर शहर तथा मास्टर प्लान क्षेत्र के चिन्हित 20 तालाबों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जायेगी। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र के 56 तालाबों से भी अतिक्रमण हटाये जा रहे है। उन्होंने निर्देश दिये कि इन तालाबों में सीवरेज नहीं मिलने दें। इसके लिये पुख्ता प्रबंध किये जाये।
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