रांची: झारखंड के सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए लागू किए गए ‘प्रोजेक्ट इंपैक्ट’ के आंकलन पत्र भरने में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों के खिलाफ अब विभागीय कार्रवाई होगी. साथ ही उन शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों का वेतन भी रोका जाएगा. यह बात राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन ने प्रोजेक्ट इंपैक्ट की समीक्षा बैठक में कही.
बैठक में आदित्य रंजन ने कहा कि प्रोजेक्ट इंपैक्ट की असेसमेंट शीट को केवल भरना नहीं है. असेसमेंट शीट में दिए गए मानकों के आधार पर स्कूलों में वातावरण विकसित हो, यह भी सुनिश्चित करना है. स्कूलों में केवल पढ़ाई नहीं, पाठ्येतर गतिविधियां भी जरूरी है. मई महीने से राज्य के सभी स्कूलों का राज्यस्तरीय टीम द्वारा औचक निरिक्षण किया जायेगा.
टॉप फाइव स्कूल को किया जाएगा सम्मानित
आदित्य रंजन ने बताया कि आंकलन शीट में बेहतर प्रदर्शन करने वाले टॉप फाइव स्कूलों को राज्यस्तर पर सम्मानित किया जाएगा और लास्ट फाइव परफॉर्म करने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. शिक्षक और प्रधानाध्यापक आपसी समन्वय स्थापित करते हुए जिम्मेदारी पूर्वक प्रोजेक्ट इम्पैक्ट को लागू करवाएं. जिम्मेदारी रजिस्टर को शुरू करके अपने अपने कार्यों को बराबर बांटे व प्रतिदिन के हिसाब से जिम्मेदारी तय करें.
हॉउस का नाम भौगोलिक विशेषताओं पर रखें
आदित्य रंजन ने कहा कि हाउस का नाम राज्य और जिले की भौगोलिक विशेषताओं (ज्योग्राफिकल फीचर) के आधार पर रखें. हॉउस का नाम निर्धारित करते समय उस जिले के प्रमुख स्थलों, नदियों, पर्यटन केन्द्रो का नाम शामिल करें. एक जिम्मेदार शिक्षक को हॉउस प्रमुख बनाया जाये. एक हाउस एक सप्ताह तक पूरे प्रातःकालीन सभाओं की जिम्मेदारी लेगा. हॉउस का उद्देश्य बच्चों में जिम्मेदारी की भावना उत्पन्न करना है, ताकि उनमें नेतृत्व क्षमता का विकास हो. शिक्षक टोला टैगिंग लगातार करते रहें.
क्या है प्रोजेक्ट इंपैक्ट
2023 में झारखंड के सरकारी स्कूल में प्रोजेक्ट इंपैक्ट की शुरुआत की गई थी. जिसमें कहा गया था कि पहली से 12वीं कक्षा के सभी विद्यालयों में 35 गतिविधियां कराई जाएगी, ताकि बच्चे स्किल व पर्सनालिटी डेवलपमेंट के साथ-साथ देश दुनिया से रूबरू हो सके. इन एक्टिविटीज में स्कूलों में हर दिन आज के विचार, प्रार्थना सभा में सप्ताह में एक दिन योग्य व्यायाम, वीक में एक दिन पूरे स्कूल की साफ-सफाई, बच्चों के कपड़े, नाखून की जांच, क्लासरूम के नियमित सफाई, हर 2 महीने में क्लास मोनिटर बदल जाएगा और स्कूल में स्पोर्ट्स डे मनाया जाएगा. इस तरह की चीज शामिल हैं.
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