नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण (corona infection) एक बार फिर बढ़ सकता है। खासकर, त्योहारी सीजन (festive season) में ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट (New variants of Omicron) बीए.5.1.7 और बीएफ.7 के कारण नई लहर आने की आशंका है। विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने लोगों से कोरोना से बचाव के तमाम उपाय अपनाने की अपील की है।
हाल ही में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर (Gujarat Biotechnology Research Center) ने बीएफ.7 की पुष्टि की है, जो भारत में पहला मामला सामने आया है। यह पहले चीन में पाया गया था और अब संयुक्त राज्य अमेरिका, यूके, ऑस्ट्रेलिया और बेल्जियम तक पहुंच गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में कहा है कि ओमिक्रॉन की वंशावली को देखते हुए निगरानी करने की आवश्यकता हो सकती है।
डब्ल्यूएचओ ने वैश्विक स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों को संकेत देने के लिए अपने वेरिएंट ट्रैकिंग सिस्टम में एक नई श्रेणी जोड़ी है, जिसे ओमिक्रॉन सबवेरिएंट्स अंडर मॉनिटरिंग कहा जाता है। इस श्रेणी का मुख्य उद्देश्य यह जांचना है कि क्या ये वंश अन्य संक्रामक बीमारियों की तुलना में वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरा पैदा कर सकते हैं।
कोविड विशेषज्ञ डॉ. राजीव जयदेवन का कहना है कि ओमिक्रॉन नवंबर 2021 में आया था। यह एक शाखा की तरह काम कर रहा है। इसके कई उप स्वरूप सामने आ चुके हैं। इनमें से बीए.2 और बीए.5 ज्यादा हावी हुए। बीए.5.1.7 और बीएफ.7 लोगों के लिए खतरा हो सकते हैं, इसलिए सतर्क रहने की आवश्यकता है। दिवाली के आसपास बाजारों में उमड़ने वाली भीड़ नए वायरस का प्रसार कर सकती है।
महामारी खत्म नहीं हुई-
डॉ. जयदेव ने कहा, ‘हमें यह महसूस करना चाहिए कि महामारी खत्म नहीं हुई है। समय-समय पर इसके उछाल आएंगे। खासकर, त्योहारों और समूह समारोहों के साथ संक्रमण बढ़ता रहेगा। भीड़भाड़ वाली जगहों पर कम से कम जाएं। बाहर निकलते समय मास्क अवश्य लगाएं। सामाजिक दूरी का पालन करने समेत अन्य उपाय जरूर अपनाएं।
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