इन्दौर। इंदौर-दाहोद रेल लाइन प्रोजेक्ट के तहत टीही-पीथमपुर के बीच बनाई जा रही तीन किलोमीटर सुरंग में आसपास का काफी पानी आ रहा है। लगातार पानी की आवक ने काम की गति को धीमा कर रखा है। रेल अफसरों का कहना है कि अगले एकाद महीने में पानी की आवक कम होने की उम्मीद है। अभी सुरंग के भीतर आने वाले पानी को बाहर फेंकने के लिए दो बड़े पंप चलाए जाते हैं, मानसून और उसके बाद के कुछ महीनों में चार पंप लगाना पड़े थे।
धीरे-धीरे पानी आना कम तो हुआ है, लेकिन बंद नहीं हुआ है। राहत की बात यह है कि वर्तमान में दो पंप पूरे समय नहीं चलाना पड़ते। ज्यादा पानी भरने के बाद उन्हें चलाया जाता है। पश्चिम रेलवे ने मई-जून तक सुरंग को तैयार करने का लक्ष्य तय किया है। सुरंग की भीतरी फिनिशिंग के लिए अभी एक गेंट्री से काम हो रहा है, जिसे जनवरी में बढ़ाकर तीन किया जाएगा। इससे गति काफी बढ़ेगी।
70 से 80 फीट नीचे कर रहे काम
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुरंग के लिए जमीन सतह से 70 से 80 फीट नीचे काम हो रहा है। मानसून आने से पहले रेल लाइन बिछाने, विद्युतीकरण करने के साथ पानी निकासी की स्थायी व्यवस्था के लिए नालियां बनाना सबसे चुनौतीपूर्ण काम है। सुरंग तैयार होने के बाद ही इंदौर-धार रेल लाइन से जुड़ सकेंगे।
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