उज्जैन। महाकाल लोक में छोटे मच्छरों की भरमार है और आसपास तालाब एवं स्लम बस्तियां होने के कारण दिन एवं रात में मच्छर लोगों के मुँह में जा रहे हैं। हालांकि अभी दो दिन वीआईपी आगमन के कारण सफाई हुई तो समस्या कम हुई है। महाकाल मंदिर के पीछे रूद्रसागर वाली जमीन पर महाकाल लोक का निर्माण कराया गया और इस महाकाल लोक के समीप ही पानी से भरा तालाब और स्लम बस्ती है। इस वजह से गंदगी होने के कारण मच्छरों की भरमार हो गई है। सुबह और शाम के बाद महाकाल लोक में बड़ी संख्या में मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है और महाकाल लोक घूमने आने वाले लोगों को परेशान होना पड़ता है।
लोग मुँह पर रुमाल और कपड़ा रखकर महाकाल लोक देख पा रहे हैं। इंदौर में चल रहे प्रवासी सम्मेलन के चलते वीआईपी के आगमन को देखते हुए दो दिन पहले इस क्षेत्र की सफाई करवा दी गई जिसकी वजह से दो दिन से मच्छर कम हुए हैं लेकिन समस्या अभी भी वही बनी हुई। ऐसे में प्रशासन को मंदिर के आसपास मच्छर रोधी दवा सहित सफाई व्यवस्था चाकचौबंद कराना चाहिए, वहीं तालाब के पानी का भी ट्रीटमेंट कराना चाहिए जिससे इसमें मच्छरों की पैदावार न हो और लोगों को महाकाल दर्शन तथा लोक में घूमने में परेशानी न आए।
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