गाडरवारा। चीचली जनपद के आदिवासी अंचल क्षेत्र मैं शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों की अनदेखी के कारण बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं मिल पा रही है ग्राम पंचायत भैरोपुर के ग्राम पापरा शासकीय प्राथमिक शाला के बच्चों का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है यहां पर पदस्थ शिक्षक कभी कभार ही स्कूल पहुंचते हैं इसके साथ ही उनकी स्कूल आने की टाइमिंग दोपहर में दो तीन बजे के बीच की होती है इस समय स्कूल में बच्चों के प्रवेश होने हैं और बच्चों के अभिभावक अपने बच्चों का नाम लिखाने के लिए स्कूल के सामने बने चबूतरे पर बैठकर शिक्षक का इंतजार करते रहते हैं ग्राम पापरा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है जहां एक और मध्यप्रदेश शासन आदिवासियों के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाएं चलाकर उन्हें लाभान्वित करने का काम कर रही है शिक्षा विभाग द्वारा भी प्रवेश उत्सव सहित कई आयोजन कर लोगों को जागरूक करते हुए बच्चों के नाम स्कूलों में लिखवाने के लिए प्रेरित करने का काम किया जा रहा है लेकिन आदिवासी अंचल के पापरा गांव की जमीनी हकीकत कुछ और ही है यहां की प्राथमिक शाला में अव्यवस्थाओं का आलम है शिक्षक समय पर नहीं पहुंचते ऐसी स्थिति में शिक्षा का स्तर कैसा होगा यहा हम सहज अंदाजा लगा सकते हैं स्कूल के सामने अभिभावक चबूतरे पर बैठकर घंटों अपने बच्चों का नाम लिखाने के लिए शिक्षक का इंतजार करते रहते हैं जब नवीन शिक्षा सत्र शुरू होने पर प्राथमिक शाला पापरा की यह स्थिति है तो पूरे वर्ष मैं शिक्षा का स्तर कैसा होगा यह अनुमान लगाया जा सकता है कई वर्षों से यहां पर अव्यवस्थाओ काम अंबार है ग्राम वासियों द्वारा लगातार शिकायतें भी की जा रही है लेकिन शिक्षा विभाग के आला अधिकारी पापरा ग्राम की शासकीय प्राथमिक शाला पर ध्यान तक नहीं देते ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर स्थाई शिक्षक की नियुक्ति की जाए जो समय पर स्कूल पहुंचे और स्कूल की शिक्षा व्यवस्थाओं पर ध्यान दें जिससे कि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके ।
वर्तमान में हम देख रहे हैं कि गाडरवारा तहसील क्षेत्र में जिला शिक्षा अधिकारी का आए दिन दौरा लगा रहता है और आए दिन खबर मिलती है कभी इसी स्कूल क्षेत्र का निरीक्षण किया तो कभी किसी कार्यक्रम में शरीक हुई जिला शिक्षा अधिकारी को यदि निरीक्षण करना है तो आदिवासी अंचल क्षेत्र की शासकीय प्राथमिक शाला का निरीक्षण करें तब उन्हें पता चलेगा की कुछ स्कूल ऐसे भी है जिनमें शिक्षकों की किस तरह की लापरवाही चल रही है अभी हम देख रहे हैं जिला शिक्षा अधिकारी उन स्कूलों का निरीक्षण कर रही है जहां पर कोई समस्या ही नहीं है उचित व्यवस्थाएं हैं चीचली ब्लाक शिक्षा अधिकारी को भी चाहिए आदिवासी अंचल क्षेत्र पहुंचकर प्राथमिक शाला से संबंधित ग्रामीणों की जो समस्या है उसका निदान कराएं ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस समस्या का निदान नहीं हुआ तो वह लोग शिक्षा विभाग की अवस्थाओं को लेकर गांव से लगी नदी में जल सत्याग्रह करेंगे जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी द्य ग्राम पंचायत भैरोपुर के सरपंच अभिषेक कौरव ने जिला कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी से मांग की है कि ग्राम पापरा सहित आदिवासी अंचल क्षेत्र की प्राथमिक शालाओं का निरीक्षण कर वहां की जो समस्या है उनका शीघ्र निदान कराएं जिससे कि ग्रामीण अंचल के स्कूल समय पर खोले जाएं शिक्षक समय पर पहुंचे और बच्चे अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सकें ग्राम पापरा में शिक्षक स्कूल न आने की समस्या को एक लेकर युवक मोबाइल टावर पर चढ़ गया तीन-चार घंटे चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद जब शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं पुलिस महकमा वहां पहुंचा और उसे आश्वासन दिया गया कि जो शिक्षक इस प्राथमिक शाला में लापरवाही बरत रहे हैं उन्हें तत्काल अलग किया जा रहा है तब कहीं जाकर उक्त युवक टावर से नीचे उतरा ।
इनका कहना है
पापरा ग्राम से शिकायत प्राप्त हुई थी कि ग्रामीण जन एकत्रित होकर स्कूल के सामने अपने बच्चों को लेकर बैठे हुए शिक्षक का इंतजार कर रहे हैं इस समस्या के समाधान के लिए एक युवक मोबाइल टावर पर भी चढ़ गया था मैंने वहां पहुंचकर तुरंत कार्रवाई करते हुए जिस शिक्षक की लगातार शिकायत मिल रही थी उसे वहां से अलग कर दिया है संकुल से एक शिक्षक की पद स्थापना कर दी है उक्त शिक्षक की सेवाएं भी प्रारंभ हो गई है मैं भी समय-समय पीपला पहुंचकर प्राथमिक शाला का निरीक्षण करता रहूंगा ।
ए एस अयान सिंह
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी चीचली
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