उज्जैन। रविवार 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। इसकी शुरूआत भगवान महाकाल के आँगन से होगी। पूरे दरबार को पतंगों से सजाया जाएगा। इधर संक्रांति पर शहर में खूब पतंगबाजी होगी। आज से पुलिस छतों पर चायना डोर से पतंग उड़ाने वालों पर और कड़ी नजर रखेगी। वहीं बाजार में अब देशी मांझे की मांग बढ़ गई है। चायना डोर के विरोध में कल क्षीरसागर मैदान पर पतंग उत्सव का आयोजन रखा गया है। महाकाल मंदिर के पुजारी पं. आशीष गुरु ने बताया कि 15 जनवरी को तड़के 4 बजे भस्मआरती में भगवान महाकाल को तिल का उबटन लगाकर सुगंधित द्रव्यों से स्नान कराया जाएगा और इसके उपरांत भगवान को तिल से बने पकवानों का भोग लगाया जाएगा। महाकाल मंदिर से ही पर्व की शुरूआत होगी। गर्भगृह और नंदी हॉल को पतंगों से सजाया जाएगा। इधर मकर संक्रांति में आज से तीन दिन शेष रह गए हैं। चायना डोर के खिलाफ पुलिस का रवैया आज से और सख्त हो जाएगा।
अधिकारियों के अनुसार जिन क्षेत्रों में ज्यादा पतंगबाजी होती है। उन क्षेत्रों में लगातार तीन दिन ड्रोन उड़ाकर छतों पर नजर रखी जाएगी। लोकमान्य तिलक महाआयोजन समिति के समन्वयक जगदीश पांचाल ने बताया कि क्षीरसागर मैदान पर कल सुबह 9.30 बजे से पतंग उत्सव आयोजित होगा, जिसमें शहरवासियों को तिल-गुड खिलाया जाएगा और देशी मांझे से पतंग उड़ाई जाएगी तथा चायना डोर का विरोध किया जाएगा। सख्ती और प्रतिबंध के कारण बाजार से खुले तौर पर चायना डोर गायब हो गई है और देशी मांझे की मांग बढ़ गई है। इसके अलावा बरेली की डोर भी युवा अधिक खरीद रहे हैं। क्वालिटी के मुताबिक बरेली डोर की एक रील उचके सहित 250 रुपए से लेकर 500 रुपए तक बिक रही है। पतंग के भाव भी इस बार ऊंचे हैं और 150 से लेकर 250 के 20 नग बिक रहे हैं।
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