इंदौर। नगर निगम (Municipal corporation) द्वारा मास्टर प्लान (Master plan) की जिन 23 सडक़ों (23 Roads) का निर्माण करवाया जा रहा है उसमें तीन हजार (three thousand) से अधिक बाधाएं (obstacles) भी हैं। अभी निगम ने उन सडक़ों का काम पहले शुरू कराने का निर्णय लिया है जहां पर अतिक्रमण या कोई बाधा नहीं है और ठेकेदार फर्म को क्लियर साइड काम करने के लिए मिल रही है। इसके साथ ही इन सडक़ों का निर्माण गुणवत्ता के साथ समय सीमा में पूरा हो सके इसके लिए चार पैकेज में कंसल्टेंसी फर्म के टेंडर भी बुलाए, जो प्राप्त हो गए हैं। सडक़ों के लिए भी निगम ने तीन बार में टेंडर की प्रक्रिया पूरी करते हुए लगभग 25 करोड़ रुपए की राशि बचाई भी।
केन्द्र सरकार ने राज्यों को विशेष सहायता योजना के मद से इंदौर को भी 23 मास्टर प्लान की सडक़ों के लिए 468.41 करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध कराई है, जो नगर निगम खजाने में जमा भी हो गई, जिसके चलते इन सडक़ों के निर्माण के लिए निगम ने 4 पैकेजों में टेंडर मंजूर किए हैं और 4 से 5 सडक़ें एक-एक ठेकेदार फर्म को दी गई है। इसके लिए दो बार निगम ने टेंडर भी निरस्त किए। महापौर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि अब इन सडक़ों का निर्माण शुरू किया जाना है, क्योंकि टेंडर सहित सभी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और निगम परिषद् से भी इसकी मंजूरी ले ली गई है। हमारा प्रयास है कि अगले दो से ढाई सालों में ये सभी महत्वपूर्ण 23 सडक़ें निर्मित हो जाएं, जिससे शहर का यातायात सुगम हो जाएगा। वहीं निगम के उद्यान और जनकार्य समिति प्रभारी राजेन्द्र राठौर ने बताया कि इन सडक़ों के निर्माण की एजेंसियां तो तय हो गई, अब चार पैकेजों में कंसल्टेंसी फर्मों के लिए भी टेंडर बुलाए थे और ये टेंडर भी प्राप्त हो गए हैं। वहीं हमारा प्रयास है कि पहले उन सडक़ों का निर्माण शुरू किया जाए जहां पर बाधाएं नहीं हैं। साथ ही जो चिन्हित अवैध निर्माण, अतिक्रमण और अन्य बाधाएं हैं उन्हें भी हटाया जाएगा। लगभग 3 हजार से अधिक बाधाएं तो इन सडक़ों पर मौके पर ही कायम है। पैकेज-1 में जिसी चौराहे से लक्ष्मीबाई प्रतिमा तक सडक़ का विकास कार्य, नेमीनाथ चौराहे से जिंसी चौराहे तक सडक़ का विकास कार्य, सुभाष मार्ग गोल मंदिर से रामबाग पुल तक सडक़ का विकास कार्य, मच्छी बाजार चौराहे से चन्द्रभागा पुल तक सडक़ का विकास कार्य, टी.सी.एस. से एम.आर.-5 तक लिंक रोड़ का विकास कार्य, एम.आर.-10 से एम.आर.-12 को जोडऩे वाली लिंक रोड़ का विकास कार्य, इस प्रकार 6 कि.मी. की 6 सडक़ों का सम्मिलित किया गया है। इसी तरह पैकेज 2 में एयरपोर्ट रोड (एरोड्रम थाने) से छोटा बांगड़दा गांव होते हुए एम.आर.-5 तक सडक़ का विकास कार्य, एम.आर.-5 (बड़ा बांगडदा से पी.एम.ए.वाय. की मल्टी तक) सडक़ का विकास कार्य, भमोरी चौराहे से एम.आर.-10 एवं राजशाही गार्डन से होटल वॉव तक सडक़ का विकास कार्य, सावेंर रोड़ पेट्रोल पंप से शिवशक्ति नगर हनुमान मंदिर तक सडक़ का विकास कार्य, भागीरथपुरा सडक़ का विकास कार्य की 8 कि.मी. सडक़ 5 सडक़ों को सम्मिलित किया गया है। वहीं पैकेज -3 एडवांस एकेडमी से रिंग रोड़ तक सडक़ का विकास कार्य, ए.बी. रोड़ जी.पी.ओ. चौराहे से सरवटे बस स्टैण्ड तक सडक़ का विकास कार्य, नेहरू प्रतिमा (मधुमिलन चौराहा) से छावनी पुल तक सडक़ का विकास कार्य सहित अन्य सडक़ें शामिल हैं।