उज्जैन। शहर में अभी भी अवैध कालोनियाँ तेजी से कट रही हैं तथा उन पर कोई रोक नहीं हैं। संख्या की बात करें तो 100 से अधिक अवैध कालोनियाँ उज्जैन में हैं। मध्य प्रदेश में अब तक तीन बार अवैध कॉलोनी को वैध करने की घोषणा की जा चुकी है। उज्जैन में भी इस आदेश के पालन में 39 कालोनियाँ अब तक वैध हुई लेकिन उज्जैन में कॉलोनी को वैध कैसे करें, कुछ कालोनियाँ सरकारी भूमि पर तो कुछ सिंहस्थ की भूमि पर ही बन गई है।
शिवराज सिंह सरकार ने 31 दिसंबर 2022 तक की सभी कॉलोनियों को वैध करने की घोषणा की थी, इससे पहले भी 2018 और 2016 में भी ऐसे ही ऐलान हुए थे लेकिन उज्जैन शहर में इन सब के बावजूद 150 से अधिक अवैध कॉलोनी में से मात्र 39 कालोनियाँ ही वैध हो पाई हैं। अभी भी 100 से अधिक कालोनियाँ वैध होने का रास्ता देख रही हैं लेकिन वर्तमान राज्य सरकार ने कानूनी को वैध करने की स्कीम फिलहाल बंद कर दी है। ऐसे में अभी 100 से अधिक कालोनियाँ शहर में अवैध ही हैं और इनमें से कुछ कालोनियाँ तो सिंहस्थ क्षेत्र और कुछ कालोनियाँ सरकारी जमीन पर ही बनी हुई हैं, जिनकी वैध होने से पहले जाँच जरूरी है। इसलिए सरकार ने फिलहाल मामला लंबित रखा है और ऐसे में उज्जैन में कई स्थानों पर अवैध रूप से कॉलोनियाँ कट रही हैं। उल्लेखनीय है कि शासन की कॉलोनी को वैध प्रमाणीकरण देने की प्रक्रिया काफी जटिल है और इसमें खर्च भी काफी आता है। इसी के चलते कई लोग अवैध कॉलोनी बना रहे हैं। सरकार को चाहिए कि वह कॉलोनाइजर के लिए एकल खिड़की और प्रक्रिया को सरल बनाएँ तभी अवैध कॉलोनी का कारोबार रुक सकता है।
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