- क्षीरसागर और दशहरा मैदान में नगर निगम रोलर तक नहीं करती
उज्जैन। क्षीरसागर और दशहरा मैदान के अलावा नानाखेड़ा और नागझिरी क्षेत्र सहित अन्य हिस्सों में खेल के मैदान बने हुए हैं लेकिन इन स्थानों पर खिलाडिय़ों के खेल सुविधा नहीं है। यहाँ पर अवैध कब्जे हैं या शराबियों द्वारा फोड़ी गई बोतलें पड़ी रहती हेैं। क्षीरसागर और दशहरा मैदान में नगर निगम रोलर भी नहीं चलवाती। ऐसे में मैदानों की हालत लगातार बिगड़ रही है।
खेलों के लिए शहर में कई प्रतिभाएँ हैं और गर्मी के मौसम में छोटे बच्चों से लेकर बड़े उम्र के खिलाड़ी आते हैं और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन करते हैं लेकिन यहां के खेल मैदानों में सुविधा नाम की चीज नहीं है और खिलाड़ी अव्यवस्था के बीच ही अपना अभ्यास करते हैं। शहर में माधव कॉलेज, क्षीरसागर, नानाखेड़ा, महानंदा नगर, नागझिरी सहित कई जगहों पर खेल के मैदान हैं लेकिन इन स्थानों पर कहीें भी सुविधा नहीं है और नगर निगम इनको खिलाडिय़ों के उपयोग लायक बनाने को भी तैयार नहीं है। खेल मैदानों पर न तो रोलर चलाया जाता है और न ही यहाँ सफाई व्यवस्था कराई जाती है। रात में शराबी यहाँ डेरा जमाकर गंदगी कर जाते हैं और सुबह फूटी बोतलें और गंदगी मिलती है जिससे खिलाडिय़ों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। नगर निगम के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि केवल इधर-उधर के कामों में समय गँवा रहे हैं लेकिन खेल प्रतिभाओं के लिए माकूल मैदान बनाकर शहर के विकास के बारे में नहीं सोच रहे।