नई दिल्ली। कोरोना वायरस(Corona virus) की दूसरी लहर ने देश को चिंता में डाल दिया है। एक मार्च से इसकी रफ्तार तेजी से बढ़ी है। जब ऐसा लग रहा था कि कोरोना (corona) का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है, संक्रमण (Infection) के तेजी से बढ़ते मामलों में हर किसी को डरा दिया है। महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, राजधानी दिल्ली, मध्यप्रदेश, गुजरात (Maharashtra, Punjab, Kerala, Capital Delhi, Madhya Pradesh, Gujarat) में लगातार मामले बढ़ रहे हैं। लोगों में इसे लेकर लापरवाही )(irresponsibility) साफ आ रही है। होली भी नजदीक आ रही है ऐसे में लोगों को खास एहतियात बरतनी होगी। देश में कोरोना वायरस (Corona virus) के मामले दोगुना होने की अवधि घटकर 202.3 दिन हो गई है। 1 मार्च को यह अवधि 504.4 दिन थी। देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 40,715 केस सामने आए हैं, जिनमें से 80.90 फीसदी महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु से हैं। इनमें से सबसे ज्यादा 24,645 यानी 60.53 फीसदी केस महाराष्ट्र से हैं। देश में सक्रिय मामलों में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जो फरवरी में अपने सबसे निचले स्तर पर थी। देश में 3,45,377 सक्रिय केस हैं, इनमें से 75 फीसदी महाराष्ट्र, केरल और पंजाब के हैं।
पंजाब में 81 फीसदी सैंपल में मिला ब्रिटेन का स्ट्रेन
पंजाब में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए 401 सैंपल में से 81 फीसदी में ब्रिटेन में मिला कोरोना स्ट्रेन मिला है। पंजाब की विशेषज्ञ समिति के प्रमुख डॉ. केके तलवार ने कहा, पिछले कुछ हफ्तों में राज्य में ब्रिटिश स्ट्रेन से संक्रमण के मामले बढ़े हैं। इस साल 1 जनवरी से 10 मार्च के बीच इकट्ठा किए गए 401 सैंपल को जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजा गया था। इनमें से 326 में वायरस के बी1.1.7 की मौजूदगी मिली है। जिन नमूनों में ब्रिटेन का स्ट्रेन मिला है, वे आबादी के विभिन्न तबकों से लिए गए थे। इसका मतलब है कि यह स्ट्रेन बड़ी तादाद मे फैला है।
राज्यों को आरटी-पीसीआर जांच बढ़ाने के निर्देश
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच, गृहमंत्रालय ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को आरटी-पीसीआर टेस्ट बढ़ाने, टेस्ट, ट्रैक व ट्रीट के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने और प्राथमिकता वाले समूह के टीकाकरण में तेजी लाने को कहा है। मंत्रालय ने अप्रैल के लिए दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा, नए संक्रमण मरीजों का पता चलने पर उन्हें जल्द से जल्द आइसोलेट या क्वारंटीन किया जाए और समय पर उपचार दिया जाए। संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने वालों भी जल्द पता लगाया जाए। संक्रमित मामलों और उनके संपर्क आए लोगों के आधार पर स्थानीय प्रशासन द्वारा कनटेंमेंट जोन बनाए। जिन राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में आरटी-पीसीआर टेस्ट कम हो रहे हैं, वहां इनमें तेजी लाई जाए और कुल टेस्ट का 70 फीसदी किया जाए। स्थिति के आधार पर स्थानीय प्रशासन जिला, उप जिला, शहर और वार्ड स्तर पर प्रतिबंध लगा सकता है।
कोविड हैल्पडेस्क के लिए बने व्हाट्सएप चैट-बॉट से 3.15 करोड़ लोगों ने कायम किया संवाद
कोविड-19 पर जानकारी के लिए माय गवर्नमेंट हैल्पडेस्क नामक व्हाट्सएप चैटबॉट का पिछले एक वर्ष में 3.15 करोड़ लोगों ने उपयोग किया है। यह देश का सबसे बड़ा व्हाट्सएप कोविड हैल्पलाइन साबित हुआ है। माय गवर्नमेंट एंड डिजिटल इंडिया और हैपटेक कंपनी ने इसे मिलकर तैयार किया और फोन नंबर +91-9013151515 जारी किया था। इस चैटबॉट से 4.50 करोड़ बार संवाद किया गया। वहीं कुल 6.70 करोड़ संदेश भेजे गए।
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