नई दिल्ली: कैश के बदले सवाल पूछने के मामले में घिरी टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने व्यापारी हीरानंदानी को लॉग-इन पासवर्ड देने की बात स्वीकार कर ली है. जिसे लेकर भाजपा उन पर हमलावर हो गई है. बीजेपी प्रवक्ता ने शहजाद पूनावाला ने टीएमसी सांसद पर जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि एथिक्स कमेटी के पास जाने के बजाय महुआ मोइत्रा टीवी इंटरव्यू दे रही हैं. टीएमसी सांसद पर आरोप है कि वह संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे और गिफ्ट लेती थी.
आचार समिति मोइत्रा के खिलाफ आरोपों की जांच कर रही है कि उन्होंने व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी को सीधे लोकसभा के लिए प्रश्न पोस्ट करने के लिए अपनी संसदीय लॉगिन आईडी दी थी. लोकसभा सांसद पर व्यवसायी की ओर से संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे लेने का आरोप लगाया गया है.
Chori & then seena zori = Mahua Moitra
Instead of going to Ethics Committee, instead of resigning until probe is over now Mahua Moitra has all the time in the world to give TV interviews & prejudice the proceedings !
Anyway she now admits on tv, that she did gave her…
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) October 29, 2023
मोइत्रा ने माना दिया था लॉग-इन पासवर्ड
एक साक्षात्कार में महुआ मोइत्रा ने स्वीकार किया कि उन्होंने हीरानंदानी को प्रश्न पोस्ट करने के लिए लॉगिन आईडी और पासवर्ड दिया था, लेकिन दावा किया कि प्रश्न उनके थे. इंडिया टुडे के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने हीरानंदानी से रिश्वत लेने के आरोपों से इनकार किया और मांग की कि उन्हें उनसे जिरह करने का मौका दिया जाए.
नवंबर में समिति सौंपेगी रिपोर्ट
वहीं भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और दिल्ली स्थित वकील जय अनंत देहाद्राई पहले ही अपने बयान दर्ज करा चुके हैं और एथिक्स पैनल के सामने तृणमूल सांसद के खिलाफ सबूत पेश कर चुके हैं. पैनल ने कहा है कि सुनवाई के लिए महुआ मोइत्रा को 2 नवंबर को बुलाया गया है. उनकी सुनवाई के बाद कोई और गवाह नहीं बुलाया जाएगा और नवंबर की शुरुआत में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा.
बता दें कि टीमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की ओर से गिफ्ट और पैसे लेकर संंसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया गया है. बीजेपी सांसद ने इस संबंध में लोकसभा अध्यक्ष को पत्र भी लिखा था. वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है. इस पर जल्द ही कार्रवाई होनी चाहिए.
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