- युवा ने पोकलेन, जेसीबी, डंपर लगाए, ग्रामीणों ने भी खर्च का 50 प्रतिशत उठाया भार-40 साल से थे परेशान
नागदा। 18 गांवों में ग्रामीणों के सहयोग से लगभग 50 किमी सड़कों का निर्माण कर युवा समाजसेवी क्षेत्र में चर्चा का विषय बने हुए है। ग्रामीण क्षेत्र में समाजसेवा का सिलसिला इसके आगे भी निरंतर जारी है। नागदा खाचरौद क्षेत्र से विधायक कांग्रेस से और सरकार भाजपा कि इससे क्षेत्र में विकास प्रभावित है। असंगठित कामगार बोर्ड अध्यक्ष के पुत्र समाजसेवी मोतीसिंह शेखावत ने ग्रामीण क्षेत्र में भ्रमण के दौरान देखा कि शहर से गांव तक पहुँच मार्ग तो पक्के बने हैं, मगर किसानों के खेतों तक के रास्ते कच्चे हंै। इससे किसानों को अपनी उपज को मंडी तक पहुँचाने में परेशानियाँ उठाना पड़ती है। बारिश के दिनों में तो स्थिति और भी खराब हो जाती है। खेत तक पैदल पहुँचना भी दूभर होता है।
समस्या के निदान के लिए मोतीसिंह ने गांवों की चौपाल पर ग्रामीणों से चर्चा की। खेतों तक की कठिन डगर का रास्ता सुगम बनाने के लिए उन्होंने मुरम की सड़क बनाने के लिए पोकलेन, जेसीबी और डंपर स्वयं के खर्च से उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया। इस पर ग्रामीण भी सड़क बनाने में कुल खर्च का 50 प्रतिशत राशि देने पर राजी हो गए। बस फिर क्या था। 18 गांवों में खेत तक पहुंचने के रास्ते बनते चले गए। खेत तक के सुगम रास्ते बनाने में सहयोग करने वाले नापाखेड़ी सरपंच, शेरसिंह सोलंकी, रूनखेड़ा के महेंद्रसिंह चौहान, उपसरपंच विजयसिंह, केसरिया सरपंच शेरसिंह, सेदरी के रामचरण वर्मा, लुसड़ावन के मलखानसिंह, कंचनखेड़ी के जगदीश और ग्राम बंजारी के दिनेश पाटीदार आदि ने बताया कि मोतीसिंह शेखावत के आगे आने से हमारी वर्षों की समस्या का हल जनभागीदारी से सम्भव हो पाया।